चिराग सीतलवाड़ (Chirag Setalvad) एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी में इक्विटी के नए हेड हैं। देश के इस तीसरे बड़े फंड हाउस का इक्विटी एसेट्स 4.15 लाख करोड़ रुपये का है। सीतलवाड चार फंडों का का प्रबंधन करते हैं। इनमें HDFC Mid-Cap Opportunities Fund (HMOF), HDFC Small-Cap Fund (HSCF), HDFC Hybrid Equity Fund और HDFC Children’s Gift Fund शामिल हैं। उन्हें शेयर बाजार का व्यापक अनुभव है। स्टॉक मार्केट के बारे में मनीकंट्रोल ने सीतलवाड़ से बातचीत की। उनसे मार्केट के मौजूदा ट्रेंड और निवेश के मौकों के बारे में पूछा।
सीतलवाड़ ने कहा कि कई चुनौतियों के बावजूद मार्केट ने अच्छी ग्रोथ दिखाई है। हालांकि, ग्रोथ को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। कोरोना की महामाारी के बाद दुनिया की बड़ी कंपनियां अपने सप्लाई चेन को डायवर्सिफाय करने के लिए 'China Plus One Policy'के बारे में सोच रही हैं। इसका फायदा केमिकल और ऑटो एंसिलरी कंपनियों को मिलता दिख रहा है।
उन्होंने कहा कि घरों की कीमतों में बदलाव नहीं हुआ है, जबकि पिछले पांच साल में सैलरी बढ़ी है। इसलिए हाउसिंग सेक्टर में भी ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ेगी। हाउसिंग सेक्टर में ग्रोथ का फायदा दूसरे सेक्टर को भी मिलता है। इनमें सीमेंट, हाउसिंग मैटेरियल्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स आदि शामिल हैं। बैंकिंग सेक्टर में भी अच्छे मौके दिख रहे हैं। एनपीए पीक पर पहुंचने के बाद अब करीब 2 फीसदी घट चुका है। पिछली 7-8 तिमाहियों से यह कंट्रोल में है।
सीतलवाड़ ने मिडकैप शेयरों के बारे में कहा कि ये महंगे लग रहे हैं। इनमें एक साल के फॉरवर्ड प्राइस-टू-अर्निंग (P/E) के 22 गुना पर कारोबार हो रहा है। यह हिस्ट्रोकिल एवरेज के मुकाबले 15 फीसदी प्रीमियम है। स्मॉलकैप का वैल्यूएशंस लार्जकैप की तरह हिस्टोरिकल वैल्यूएशन के करीब है। इनका पी/ई मल्टीपल 16 गुना है, जबकि हिस्टोरिकल एवरेज 14 गुना है। आम तौर पर स्मॉलकैप में लार्जकैप के मुकाबले 15-16 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेडिंग होती है।
निवेशकों को अभी बाजार में किस तरह की रणनीति अपनानी चाहिए? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जब बाजार का वैल्यूएशन एक साल के फॉरवर्ड पी/ई के 10-15 गुना होता है तो उसे सस्ता मार्केट माना जाता है। तब आप सस्ते वैल्यूएशंस का फायदा उठाने के लिए SIP और शेयरों में डायरेक्ट इनवेस्टमेंट करते हैं। लेकिन, अभी निवेश करना थोड़ा मुश्किल लगता है, क्योंकि कई निगेटिव खबरें आ रही हैं। यह ऐसा बाजार है, जिसमें इनवेस्टर्स को अपना SIP जारी रखना चाहिए।