नौकरी करने वाले लोगों की सैलरी का कुछ हिस्सा हर महीने ईपीएफ (EPF) में जमा होता है। प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाले लोगों के पीएफ (PF) का प्रबंधन EPFO करता है। ईपीएफ में रिस्क पूरी तरह से रिस्क फ्री है। आम तौर पर इसका इंटरेस्ट रेट भी दूसरे इनवेस्टमेंट ऑप्शन से ज्यादा होता है। पीएफ अमाउंट पर एंपलॉयीज को इंटरेस्ट देने के लिए ईपीएफओ कई जगह इस पैसे का निवेश करता है। इनमें शेयर और शेयरों से जुड़े प्रोडक्ट्स भी शामिल हैं।
श्रम और रोजगार मंत्रालय ने लोकसभा में 8 अगस्त को बताया है कि ईपीएफओ अपना कितना पैसा शेयरों में इनवेस्ट करता है। मंत्रालय ने एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी है। श्रम और रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने कहा कि ईपीएफओ अपना 85 फीसदी फंड डेट इंस्ट्रूमेंट में इनवेस्ट करता है। 15 फीसदी फंड वह एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में निवेश करता है। इसके लिए सरकार की तरफ से इनवेस्टमेंट पैटर्न तय किय गया है।
उन्होंने बताया कि निफ्टी 50, सेंसेक्स, सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज (CPSE) और भारत 22 पर आधारित ईटीएफ में यह निवेश किया जाता है। फाइनेंशियल ईयर 2019-20 में ईपीएफओ ने कुल 2,20,236.47 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिसमें से 31,501.09 करोड़ रुपये का निवेश ईटीएफ में किया गया। फाइनेंशियल ईयर 2020-21 में ईपीएफओ ने कुल 2,18,533.89 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिसमें से 32,070.84 करोड़ रुपये का निवेश ईटीएफ में किया गया। फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में ईपीएफओ (जून 2022 तक) ने कुल 84,477.67 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिसमें से 12,199.26 करोड़ रुपये का निवेश ईटीएफ में किया गया।
संसद के 10 सदस्यों ने श्रम एंव रोजगार मंत्रालय से ईपीएफओ के फंड के निवेश के बारे में सवाल पूछे थे। इनमें गोरखपुर के सांसद रवि किशन और पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी शामिल थे। उन्होंने यह भी पूछा कि ईपीएफओ ने पिछले तीन फाइनेंशियल ईयर में अपना कितना पैसा कहां निवेश किया।
इन सवालों के जवाब में तेली ने कहा कि पोर्टफोलियो मैनेजर्स और ईटीएफ मैन्युफैक्चरर्स यह निवेश करते हैं। ईपीएफओ का सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (CBT) इसकी काम के लिए इनकी नियुक्ति करता है। उन्होंने यह भी बताया कि ईपीएफओ के फाइनेंशियल कंसल्टेंट्स और एक्सटर्नल कनकरेंट ऑडिटर सभी तरह के इनवेस्टमेंट पर नजर रखते हैं। वे यह सुनिश्चित करते हैं कि यह निवेश सरकारी की तरफ से जारी निर्देश के मुताबिक किया जा रहा है या नहीं। ईपीएफओ की सीबीटी की तरफसे भी इनवेस्टमेंट गाइडलाइंस जारी की जाती है।