EPFO: कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने आधार को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से लिंक करने और उसमें अपडेट करने के प्रोसेस को आसान बना दिया है। 13 अगस्त को जारी सर्कुलर के मुताबिक अब सदस्यों को अपनी डिटेल्स अपडेट कराने में न तो ज्यादा समय लगेगा। कर्मचारियों को हर बार EPFO की मंजूरी की जरूरत भी नहीं होगी।
अगर आपके UAN में दर्ज नाम, जेंडर और जन्मतिथि बिल्कुल आधार से मैच करते हैं, तो आपको केवल अपने नियोक्ता (Employer) से संपर्क करना होगा। नियोक्ता KYC पोर्टल के जरिए आपका आधार सीड कर देगा और इसके लिए EPFO की अलग से मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी। यानी, ये प्रोसेस तेज और आसान हो जाएगा।
डिटेल्स में गड़बड़ी होने पर
अगर आपके UAN और आधार के बीच नाम, जेंडर या जन्मतिथि में अंतर है। तो अब नियोक्ता ऑनलाइन जॉइंट डिक्लेरेशन (JD) पोर्टल से अपडेट की रिक्वेस्ट भेज सकता है। इससे पहले इस तरह के अपडेट के लिए मैनुअल प्रोसेस अपनाना पड़ती थी, जिससे काफी समय बर्बाद होता था।
कई बार गलती से गलत आधार नंबर UAN से लिंक हो जाता है। अब इस स्थिति में नियोक्ता JD पोर्टल पर सही आधार नंबर अपडेट कर सकते हैं और उसे सीधे EPFO के लोकल ऑफिस को को भेज सकते हैं। वहां से मंजूरी मिलने पर सही आधार लिंक हो जाएगा।
EPFO ने पहली बार 2014 में आधार सीडिंग सर्विस की शुरआत की थी। ताकि, सदस्यों को सीधे फायदा मिल सके और नियोक्ता पर निर्भरता कम हो। अब नए बदलावों से यह प्रोसेस पहले से आसान हो गया है। इस कदम से लाखों कर्मचारियों को राहत मिलेगी, क्योंकि वे अपनी जानकारी आसानी से अपडेट कर सकेंगे और EPF से जुड़े फायदे मिल सकें।