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FD का अपने आप रिन्यू होने का विकल्प सही है या गलत, बेहतर रिटर्न के लिए जानना जरूरी

अगर आप कई FD में निवेश करते हैं और उन पर नजर रखने में सक्षम नहीं हैं तो आप बैंकों द्वारा प्रस्तावित ऑटो-रिन्यूअल विकल्प (auto-renewal option ) को चुन सकते हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 24, 2020 पर 5:42 PM
FD का अपने आप रिन्यू होने का विकल्प सही है या गलत, बेहतर रिटर्न के लिए जानना जरूरी

फिक्स्ड डिपोजिट (Fixed Deposit- FD) को एक सुरक्षित और निश्चित रिटर्न वाला ऑप्शन माना जाता है। हालांकि, हाल के दिनों में FD ने कम ब्याज दरों (Interest rates) के कारण अपना आकर्षण खोया है। इसके बावजूद लोग दो वजहों से FD में निवेश करते हैं। इनमें पहला कारण है कम जोखिम और दूसरा सुनिश्चित रिटर्न। FD का एक और फायदा यह है कि आप जरूरत पड़ने पर अपना पैसा निकाल सकते हैं। अगर आप कई FD में निवेश करते हैं और उन पर नजर रखने में सक्षम नहीं हैं तो आप बैंकों द्वारा प्रस्तावित ऑटो-रिन्यूअल विकल्प (auto-renewal option ) को चुन सकते हैं।

FD ऑटो-रिन्यूअल विकल्प में फिक्स्ड डिपोजिट मैच्योर होने पर मिलने वाला पूरा अमाउंट खुद-ब-खुद फिक्स्ड डिपोजिट में फिर से जमा हो जाता है। यह विकल्प इन लोगों के लिए बेहद कारगर है जो FD मैच्योर होने पर पैसा नहीं निकाल पाते या निकालना भूल जाते हैं और पैसा उनके सेविंग्स अकाउंट में पड़ा रहता है औऱ उन्हें इस पर कोई ब्याज भी नहीं मिलता है। ऑनलाइन एफडी के मामले में मैच्योरिटी अमाउंट सीधे FD कराने वाले के सेविंग्स अकाउंट में जमा हो जाता है।

FD को मैन्युअली ऑपरेट करना ज्यादा बेहतर

हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि FD ऑटो-रिन्यूअल विकल्प को चुनने से पहले निवेशकों को यह जानना बेहद जरूरी है कि आपको FD पर बाजार में उपलब्ध सबसे अच्छा Interest rate नहीं मिल पाएगा। आपको बता दें कि अभी अधिकतर बैंकों ने FD पर मिलने वाले Interest rate में कटौती की है। इसलिए विशेषज्ञों की राय है कि अधिक मुनाफा और ब्याज पाने के लिए FD को मैन्युअली ऑपरेट करना ज्यादा बेहतर होता है। इससे आप जो बैंक सबसे अधिक Interest rate ऑपर कर रहा है, उसमें निवेश कर पाएंगे।

हर बैंक की अलग पॉलिसी

FD ऑटो-रिन्यूअल विकल्प को लेकर हरेक बैंक की नीतियां अलग-अलग हैं। कुछ बैंक ओरिजनल FD की अवधि के लिए यह सुविधा दे रहे हैं तो कुछ बैंक सीमित अवधि के लिए यह विकल्प ग्राहकों को दे रहे हैं। बैंक बाजार के सीईओ आदिल शेट्टी ने कहा कि ग्राहकों को FD मैन्युअली ही कराना चाहिए। इससे उन्हें अच्छे ब्याज दर वाला FD चुनने का मौका मिलेगा। ऑटो-रिन्यूअल में आपको बेस्ट इंटरेस्ट रेट नहीं मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि बैंक अक्सर अपनी ब्याज दर आउटलुक और अन्य कारकों के आधार पर अलग-अलग मैच्योरिटी पीरियड के लिए FD के स्लैब दरों को बदलते हैं। इसलिए FD के लिए मनी-मैनेजमेंट ऐप का उपयोग करना या मैन्युअल अलर्ट सेट करना बेहतर होता है, जो आपको FD को रीन्यू करने की याद दिलाता है।

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