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Futures & Options: क्या मैं फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में लॉस को कैरी फॉरवर्ड कर सकता हूं?

अगर ऑप्शंस में कोई रेगुलरली ट्रेड करता है तो उसे बिजनेस माना जाता है। अगर आपकी इनकम एक साल में 1.20 लाख रुपये से ज्यादा है या आपका बिजनेस टर्नओवर एक साल में 10 लाख रुपये से ज्यादा है तो आपके लिए बुक ऑफ अकाउंट्स मेंटेन करना जरूरी है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 17, 2025 पर 12:54 PM
Futures & Options: क्या मैं फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में लॉस को कैरी फॉरवर्ड कर सकता हूं?
अगर ऑप्शंस में ट्रेडिंग से आपको लॉस होता है तो उसे उसी साल (Same Year)दूसरे इनकम के साथ एडजस्ट नहीं किया जा सकता।

बीते कुछ सालों में फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (एफएंडओ) में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ी है। बड़ी संख्या में रिटेल इनवेस्टर्स भी डेरिवेटिव्स में ट्रेडिंग कर रहे है। कई रिटेल इनवेस्टर्स को यह नहीं पता कि फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग को इनकम टैक्स के नियमों में बिजनेस माना जाता है। इस वजह से इसके टैक्स के नियम अलग हैं। गाजियाबाद के सौरभ यादव का सवाल है कि उन्हें एफएंडओ ट्रेडिंग में लॉस हुआ है। क्या वे इस लॉस को कैरी फॉरवर्ड कर सकते हैं? मनीकंट्रोल ने इस सवाल का जवाब दिग्गज टैक्स एक्सपर्ट और सीए बलवंत जैन से पूछा।

 बुक ऑफ अकाउंट्स की जरूरत

जैन ने कहा कि अगर ऑप्शंस में कोई रेगुलरली ट्रेड करता है तो उसे बिजनेस माना जाता है। अगर आपकी इनकम एक साल में 1.20 लाख रुपये से ज्यादा है या आपका बिजनेस टर्नओवर एक साल में 10 लाख रुपये से ज्यादा है तो आपके लिए बुक ऑफ अकाउंट्स मेंटेन करना जरूरी है। यह ध्यान में रखना जरूरी है कि सिर्फ बैंक स्टेटमेंट्स और ब्रोकर कॉन्ट्रैक्ट नोट्स मेंटेन करना काफी नहीं है। आपको जर्नल के साथ कैश और बैंक बुक भी मेंटेन करना पड़ेगा। अगर आप ये चीजें मेंटेन नहीं करते हैं तो आप पर 25,000 रुपये पेनाल्ट लग सकती है।

इस बारे में क्या है इनकम टैक्स का नियम

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