गया जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र के गेरैया गांव की सामान्य गृहिणी राजमंती देवी के खाते में 10 करोड़ से अधिक रुपये आने की खबर से इलाके में सनसनी फैल गई। राजमंती मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करती हैं, और मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत मिलने वाले 10 हजार रुपये निकालने सीएसपी केंद्र गई थीं, जहां अकाउंट में असाधारण बैलेंस दिखा।
राजमंती देवी जब स्थानीय ग्राहक सेवा केंद्र पर बैंक बैलेंस चेक कराने पहुंचीं, तब संचालक ने बताया कि उनके खाते में दस करोड़ एक लाख बीस हजार रुपए हैं। राजमंती ने तीन बार चेक किया, हर बार यही रकम दिखाई दी। उन्होंने तुरंत बैंक शाखा संपर्क करने का सुझाव दिया। यह खबर गांव में देखते ही फैल गई, और लोग घर पर जमा हो गए।
राजमंती ने बताया कि उनके मूल खाते में केवल लगभग 9000 रुपए थे और 10 हजार रुपये योजना के तहत मिले थे। दूसरे एटीएम या बैंक सेंटर से चेक करने पर भी वास्तविक बैलेंस लगभग 9000 रुपए ही दिखा। बैंक ने तुरंत मामले को गंभीरता से लेते हुए उनका खाता फ्रीज कर दिया है। बैंक अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने तक किसी तरह की राशि को निकाला या वैध नहीं माना जाएगा।
अफवाहों से सावधान रहने की अपील
गांव में इस मामले को लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैल रही हैं। किसी ने इसे सरकारी योजना की गलती तो किसी ने तकनीकी त्रुटि बताया। बैंक और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से संयम बरतने और अफवाहों से बचने की अपील की है। जांच प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और जल्द ही इस बिजनेस पर साफगोई आएगी।
महिला रोजगार योजना से संबंधित आर्थिक मदद
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत बिहार में लाखों महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये ट्रांसफर किए गए हैं, जिससे उनके स्वरोजगार को बढ़ावा मिले। यह योजना आर्थिक सहायता और सामाजिक सशक्तिकरण का माध्यम है।