अमेरिकी स्टॉक मार्केट्स के प्रमुख सूचकांक अपने रिकॉर्ड हाई के करीब हैं। उधर, चीन में सरकार इकोनॉमी की ग्रोथ बढ़ाने के लिए नए राहत पैकेज पेश करने की तैयारी में है। ऐसे में इंडियन इनवेस्टर्स ग्लोबल फंड्स में इनवेस्ट करना चाहते हैं। उनका मानना है कि यह अच्छे रिटर्न हासिल करने के साथ पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन में हेल्पफुल हो सकता है। ग्लोबल फंडों में सिस्टमैटिक इनवेस्टमें प्लान (SIP) के जरिए इनवेस्ट किया जा सकता है।
आशा-निराशा की साइकिल में चलता है मार्केट
Estee Advisors के इनवेस्टमेंट हेड विवेक शर्मा का कहना है कि स्टॉक मार्केट (Stock Markets) आशा और निराशा की साइकिल में चलता है। उन्होंने कहा कि एक इंटेलिजेंट इनवेस्टर की पहचान यह है कि जब मार्केट में निराशा होती है तो उसे उम्मीद नजर आती है। जब मार्केट में उम्मीद दिखती है तो उसे निराशा नजर आती है। इंडियन मार्केट में 2021 से लगातार तेजी देखने को मिली थी। अब मार्केट में गिरावट आई है। उनका यह भी मानना है कि इनवेस्टर्स को शॉर्ट टर्म में मार्केट में उतारचढ़ाव को देखने के बजाय लंबी अवधि के लिहाज से इनवेस्ट करना चाहिए।
डायवर्सिफिकेशन के लिए ग्लोबल फंडों में निवेश
उन्होंने कहा कि जो निवेशक शॉर्ट टर्म के उतारचढ़ाव से अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित रखना और डायवर्सिफिकेशन चाहते हैं, वे ग्लोबल फंडों में SIP के जरिए निवेश कर सकते हैं। हर महीने छोटे अमाउंट के निवेश से उनके पोर्टफोलियो पर गिरावट का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। उन्हें निवेश के लिए सही मौके का इंतजार नहीं करना चाहिए। इससे रिस्क बढ़ जाता है। अक्सर इसका रिटर्न पर भी निगेटिव असर पड़ता है।
नए आइडिया में निवेश के मौके
ग्लोबल फंडों के जरिए नए सेक्टर और स्टॉक्स में निवेश के मौके उपलब्ध होते हैं। उदाहरण के लिए अमेरिका में कई ऐसी टेक्नोलॉजी कंपनियां हैं, जिनका कारोबार दुनियाभर में फैला है। उनके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल दुनियाभर में होता है। इसके अलावा बायोटेक्नोलॉजी और क्लीन एनर्जी जैसे उभरते सेक्टर्स में ऐसे कई स्टॉक्स है, जिनका प्रदर्शन बहुत अच्छा रहने की संभावना है। ऐसे मौके घरेलू बाजार में उपलब्ध नहीं हैं।
इमर्जिंग ग्रोथ स्टोरी पर दांव
एसबीआई म्यूचुअल फंड के इक्विटी हेड दिनेश बालाचंद्रन ने कहा कि इंडियन मार्केट काफी डायवर्सिफायड है, लेकिन यहां बड़ी टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट कंपनियां नहीं हैं। ऐसे में विदेशी कंपनियों में निवेश करने से आपको ऐसी ग्रोथ स्टोरी का फायदा उठाने का मौका मिलता है। फ्लेक्सी कैपिटल के मैनेजिंग पार्टनर नसीर सलीम का कहना है कि ग्लोबल फंडों में निवेश रुपये में गिरावट से हेजिंग के लिए भी अच्छा है।
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इन फंडों में कर सकते हैं निवेश
वैल्यू रिसर्च के मुताबिक, इंडिया में निवेश के लिए कुल 68 ग्लोबल म्यूचुअल फंड्स उपलब्ध हैं। इनमें से अभी 35 नए निवेश के लिए ओपन हैं। इनमें SIP के जरिए या एकमुश्त निवेश किया जा सकता है। इनमें Motilal Oswal Nasdaq 100 FOF (सिर्फ SIP), Motilal Oswal S&P 500 Index (सिर्फ SIP), Franklin India Feeder Franklin US Opportunities Fund और Edelweiss US Technology Equity FoF शामिल हैं।