Get App

Gold ETF: एसजीबी का इंतजार करने वाले निवेशक Gold ETF में कर सकते हैं निवेश, जानिए इसकी वजह

एनएसई पर गोल्ड ईटीएफ में इस साल अब तक कुल 17,795 करोड़ रुपये की ट्रेडिंग हुई है। यह 2023 के 9,002 करोड़ रुपये के ट्रेडिंग वॉल्यूम का करीब दोगुना है। Nippon India ETF Gold BeES सबसे ज्यादा ट्रेडिंग वॉल्यूम वाला गोल्ड ईटीएफ है। पिछले एक महीने में इस स्कीम का डेली एवरेज वॉल्यूम 67 करोड़ रुपये रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 22, 2024 पर 6:11 PM
Gold ETF: एसजीबी का इंतजार करने वाले निवेशक Gold ETF में कर सकते हैं निवेश, जानिए इसकी वजह
अभी मार्केट में गोल्ड ईटीएफ की 17 स्कीमें हैं। इनका एक साल का औसत रिटर्न 29 फीसदी से ज्यादा रहा है।

गोल्ड में निवेश करने वाले लोगों की दिलचस्पी गोल्ड ईटीएफ में बढ़ रही है। एनएसई पर गोल्ड ईटीएफ में इस साल अब तक कुल 17,795 करोड़ रुपये की ट्रेडिंग हुई है। यह 2023 के 9,002 करोड़ रुपये के ट्रेडिंग वॉल्यूम का करीब दोगुना है। गोल्ड ईटीएफ पैसिवली मैनेज्ड म्यूचुअल फंड की स्कीम है। यह स्कीम 99.5 फीसदी प्योरिटी वाले गोल्ड में इनवेस्ट करती है। गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स को स्टॉक एक्सचेंजों पर खरीदा या बेचा जा सकता है। इसमें निवेश के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है।

गोल्ड ईटीएफ में बढ़ रही निवेशकों की दिलचस्पी

क्वांटम म्यूचुअल फंड के सीआईओ चिराग मेहता ने कहा कि गोल्ड ईटीएफ में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ने की वजहें हैं। सरकार का नया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB) इसकी सबसे बड़ी वजह है। फरवरी से सरकार ने एसजीबी की नई किस्त जारी नहीं की है। सेकेंडरी मार्केट में एसजीबी में प्रीमियम पर ट्रेडिंग हो रही है। इससे निवेशक निवेश नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में उन्हें गोल्ड ईटीएफ सही विकल्प लगता है।

गोल्ड ईटीएफ के टैक्स के नियमों में बदलाव

सब समाचार

+ और भी पढ़ें