कई इनवेस्टर्स इनफ्लेशन से बचाव, करेंसी में कमजोरी और ग्लोबल इकोनॉमी में अनिश्चितता को देखते हुए गोल्ड में निवेश कर रहे हैं। लेकिन, गोल्ड में बहुत ज्यादा निवेश से आपके पोर्टफोलियो पर इसकी कीमतों में तेजी या कमजोरी का असर पढ़ना शुरू हो जता है। ऐसे में बॉन्ड बड़ा रोल निभाता है। अनिश्चित समय में तो गोल्ड का प्रदर्शन अच्छा रहता है लेकिन, जब सबकुछ ठीक चल रहा होता है तो क्या होता है? बॉन्ड्स पोर्टफोलियो में स्टैबिलिटी लाता है। साथ ही इंटरेस्ट के रूप में इससे रेगुलर इनकम होती है। यह फायदा गोल्ड में नहीं है। ऐसे इनवेस्टर्स जिन्हें रेगुलर कैश की जरूरत पड़ती है, उनके डायवर्सिफायड पोर्टफोलियो में बॉन्ड्स का होना जरूरी है।