Gold Price : कीमत में उछाल से भारत में शादियों के मौसम में घट सकती है सोने की मांग, लेकिन चीन से मिल सकता है सपोर्ट

Gold Price : कमोडिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने से भारत में शादी के मौसम के दौरान खपत कम हो सकती है लेकिन सोने के सबसे बड़े खरीदार चीन में इस साल सोने की मजबूत मांग देखने को मिलेगी। चीन और भारत मिलकर कुल वैश्विक सोने की मांग आधे से अधिक हिस्सेदारी रखते हैं

अपडेटेड Mar 08, 2024 पर 12:12 PM
Story continues below Advertisement
सोने की बेंचमार्क स्पॉट कीमतें गुरुवार को 2,164.09 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गईं। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद मजबूत होने से सोने में तेजी आई है

Gold Price : कमोडिटी बाजार के जानकारों और ट्रेडर्स का कहना है कि वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने से भारत में शादी के मौसम के दौरान खपत कम हो सकती है। लेकिन दूसरी तरफ दुनिया में सोने के सबसे बड़े खरीदार चीन में इस साल सोने की मांग में मजबूती बनी रहने की संभावना जताई जा रही है। इससे सोने के भाव को सपोर्ट मिल सकता है। बता दें कि कुल वैश्विक सोने की मांग में चीन और भारत की हिस्सेदारी आधे से ज्यादा है।

सोने की बेंचमार्क स्पॉट कीमतें गुरुवार को 2,164.09 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गईं। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद मजबूत होने से सोने में तेजी आई है। बता दें की ब्याद दरों में कटौती से ट्रेजरी बॉन्ड और डॉलर जैसे एसेट क्लॉस का कीमतों में कमी आती है। वहीं, जीरो यील्ड पेपर ग्लोड जैसे एसेट्स की अपील बढ़ने से सोने की कीमतों में तेजी आती है।

दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सोने के उपभोक्ता और एक बड़े आयातक भारत में सोने घरेलू कीमतें बढ़कर रिकॉर्ड 65,587 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई हैं। कीमतों में बढ़त के कारण सोने की मांग में गिरावट आई है। जिसके कारण डीलरों को आधिकारिक घरेलू कीमतों पर लगभग 14 डॉलर प्रति औंस की छूट देने का कदम उठाना पड़ा है। इसमें 15 फीसदी आयात और 3 फीसदी बिक्री शुल्क शामिल है। जबकि पिछले सप्ताह सोना 1 डॉलर प्रति औंस प्रीमियम पर था।


इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड के अध्यक्ष पृथ्वीराज कोठारी का कहना है कि उपभोक्ता मौजूदा भाव पर सोने से दूर ही रहेंगे। अगर कीमतें इतनी ज्यादा रहीं तो यह मौजूदा शादियों के मौसम के दौरान मांग पर निगेटिव असर पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा बैंकों और रिफाइनर्स के पास आयात करने का कोई कारण नहीं है। मार्च में आयात बहुत कम होगा।

दुनिया के टॉप कंज्यूमर्स की मांग बढ़ाने से तेल की कीमतें बढ़ीं, ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स में 0.45% की तेजी

सोना भारतीय शादियों का एक अभिन्न हिस्सा है और इस समय गर्मियों की शादी का मौसम चल रहा है। मुंबई स्थित सोने के थोक विक्रेता चेनाजी नरसिंघजी के मालिक अशोक जैन का कहना है स्क्रैप की आपूर्ति बढ़ रही है। जिन उपभोक्ताओं को खरीदारी की ज़रूरत है वे पुराने आभूषणों के बदले नए आभूषण ले रहे हैं।

उधर चीन में, डीलरों ने पिछले हफ्ते बेंचमार्क कीमतों के मुकाबले प्रीमियम को घटाकर 25-36 डॉलर कर दिया, जबकि पिछले हफ्ते यह 36-48 डॉलर था। सोने के व्यापारियों का कहना कि 2024 में सोने की ओवरऑल डिमांड मजबूत रहनी चाहिए।

हांगकांग में विंग फंग प्रेशियस मेटल्स के डीलिंग प्रमुख पीटर फंग ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी से बिक्री में कुछ में नरमी आई है। लेकिन कुछ समय बाद मांग बढ़ेगी क्योंकि लोगों को इन स्तरों की आदत हो जाएगी। सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प होने का फायदा मिलेगा।

MoneyControl News

MoneyControl News

First Published: Mar 08, 2024 12:11 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।