सोने की कीमतें (Gold Prices) रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। MCX में गोल्ड में 62,197 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेडिंग हो रही है। गोल्ड खरीदने वाले लोगों को इसकी ऊंची कीमतों से परेशानी हो सकती है। लेकिन, गोल्ड लोन लेने वाले लोगों के लिए यह फायदेमंद है। गोल्ड की वैल्यू के 75 फीसदी तक लोन लिया जा सकता है। सोने पर पहले से लिए गए लोन पर टॉप-अप लोन भी लिया जा सकता है। बैंक, एनबीएफसी और कोऑपरेटिव बैंक गोल्ड गिरवी रखने पर उस पर लोन देते हैं। इसे गोल्ड लोन कहा जाता है।
गोल्ड लोन में बढ़ रही लोगों की दिलचस्पी
RBI के हाल में अनसेक्योर्ड लोन पर सख्ती करने से गोल्ड लोन में उछाल आया है। सितंबर 2020 में यह 46,791 करोड़ रुपये था, जो सितंबर 2023 में बढ़कर 97,660 करोड़ हो गया। इंडिया में लोगों के पास 27,000 टन गोल्ड है। इसका करीब 14 फीसदी यानी 5,300 टन पर गोल्ड लोन लिया गया है। बैंकों का कहना है कि गोल्ड लोन के बारे में पुरानी सोच अब बदल रही है।
कीमतें बढ़ने पर ज्यादा अमाउंट का लोन
गोल्ड की कीमत बढ़ने पर गोल्ड पर ज्यादा अमाउंट का लोन लिया जा सकता है। Augmont Gold के डायरेक्टर सचिन कोठारी ने कहा कि कीमतें बढ़ने पर बैंक या एनबीएफसी ज्यादा लोन-टू-वैल्यू (LTV) रेशियो ऑफर करते हैं। इसकी वजह यह है कि कीमतें बढ़ने पर आपके गोल्ड की वैल्यू बढ़ जाती है। आपके लिए यह ध्यान रखना जरूरी है कि गोल्ड की पूरी वैल्यू के बराबर आपको लोन नहीं मिलता है।
बैंक रखते हैं 25 फीसदी मार्जिन
इसे एक उदाहरण से समझ सकते हैं। मान लीजिए आपके पास एक ग्राम गोल्ड है, जिस पर लोन लेना चाहते हैं। 22 कैरेटे के एक ग्राम गोल्ड की वैल्यू 5,873 रुपये होगी। इसका मैक्सिमम 75 फीसदी यानी 4,100-4,200 रुपये आपको इस पर लोन मिल सकता है। बैंक 25 फीसदी का मार्जिन इसलिए रखते हैं ताकि गोल्ड की कीमतों में गिरावट आने पर उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं हो।
सिर्फ कोविड के दौरान 90 फीसदी वैल्यू तक लोन
एक धारणा यह है कि बैंक गोल्ड पर एनबीएफसी और फिनटेक प्लेयर्स के मुकाबले ज्यादा लोन देते हैं। यह गलत है। सिर्फ अगस्त 2020 से 31 मार्च, 2021 के बीच गोल्ड की 90 फीसदी वैल्यू के बराबर लोन दिया गया था। इसकी वजह कोरोना की महामारी थी। अब सिर्फ 75 फीसदी वैल्यू के बराबर लोन दिया जाता है। अगर आपको पास 20 ग्राम गोल्ड है तो 75 फीसदी वैल्यू के हिसाब से आपको अप्लाई करने के 2 घंटे के अंदर 80,000 रुपये का लोन मिल सकता है।
गोल्ड लोन के रीपेमेंट के हैं दो तरीके
गोल्ड लोन को दो तरह से चुकाया जा सकता है। पहला विकल्प मंथली, क्वार्टर्ली, सेमी-एनुअल और एनुअल पेमेंट का है। दूसरा विकल्प बुलेट पेमेंट का है। इसमें लोन की अवधि खत्म होने पर आप एक बार में लोन का अमाउंट और इंटरेस्ट चुकाते हैं। हाल में RBI ने बुलेट रीपेमेंट स्कीम के तहत अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों के लिए लोन की लिमिट 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 4 रुपये कर दी है। अगर गोल्ड का रीपेमेंट आप मंथली करते हैं तो इस पर आपको 0.80-0.95 फीसदी कम इंटरेस्ट लगता है। इसके अलावा लोन अमाउंट जितना ज्यादा होता है, इंटरेस्ट रेट उतना ही ज्यादा होता है।