ईरान-इजरायल वॉर के चलते गोल्ड रॉकेट बन गया है। सोने की कीमतें लगातार चढ़ रही है। इससे भाव 2 महीने की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। 16 जून को देश और विदेश दोनों में गोल्ड की कीमतों में उछाल देखने को मिला। आज लगातार चौथा सत्र है, जब गोल्ड में तेजी दिख रही है। ईरान-इजरायल का युद्ध थमने के संकेत नहीं दिख रहे हैं। इजरायल के तेवर खतरनाक हैं। वह ईरान को खत्म देने की धमकी दे रहा है। उधर, ईरान भी झुकने को तैयार नहीं है। इससे गोल्ड की डिमांड लगातार बढ़ रही है।
3500 डॉलर का रिकॉर्ड जल्द टूट सकता है
16 जून को अंतरराष्ट्रीय बाजार में Gold 0.3 फीसदी चढ़कर 3,442.09 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया। US Gold Futures भी 0.3 फीसदी के उछाल के साथ 3,461 डॉलर प्रति औंस पर चल रहा था। यह 22 अप्रैल के बाद गोल्ड का सबसे ज्यादा प्राइस है। इधर, इंडिया में 16 जून को MCX Gold Futures में जबर्दस्त तेजी देखने को मिली। शुरुआत में भाव 500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक ऊपर था। लेकिन, थोड़ी देर बाद मुनाफावसूली से तेजी थोड़ी सुस्त पड़ी। खबर लिखते वक्त एमसीएक्स में गोल्ड फ्यूचर्स 7 रुपये की तेजी के साथ 1,00,283 रुपये प्रति 10 ग्राम था। अप्रैल के अंत में ही गोल्ड की कीमत ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गई थी। तब भाव 3,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया था।
3500 डॉलर पर दिख रहा रेसिस्टेंस
OANDA में सीनियर मार्केट एनालिस्ट (केल्विन वोंग) ने कहा, "ईरान-इजरायल के बीच लड़ाई के चलते जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ा है, जिससे निवेश के सुरक्षित विकल्प के रूप में गोल्ड की चमक बढ़ी है। गोल्ड ने 3,400 डॉलर के लेवल को स्पष्ट रूप से ब्रेक कर दिया है। शॉर्ट टर्म में ट्रेंड तेजी का दिख रहा है। 3,500 डॉलर के लेवल पर रेसिस्टेंस दिख रहा है। इस रेसिस्टेंस के जल्द टूट जाने की उम्मीद है। इसके बाद सोना ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बना देगा।"
1.25 लाख प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है भाव
कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड के लिए सारी स्थितियां अनुकूल दिख रही हैं। शॉर्ट टर्म में गोल्ड फ्यूचर्स 1.25 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक बढ़ने की कोशिश करेगा। गोल्ड इनवेस्टर्स की नजरें ईरान और इजरायल की लड़ाई पर टिकी हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान से ऐसा लगता है कि यह इजरायल हमला रोकने नहीं जा रहा है। हालांकि, इनवेस्टर्स को यह बात ध्यान में रखनी होगी कि अगर अंतराराष्ट्रीय दबाव बढ़ने पर ईरान और इजरायल संघर्षविराम को राजी हो जाते हैं तो गोल्ड में तेजी थम सकती है।
यह भी पढ़ें: Gold Price Today: Gold Rate Today: 2 महीने बाद सोना 1 लाख के पार, ये रहा सोमवार 16 जून का गोल्ड रेट
फाइनेंशियल एडवाइजर्स को कहना है कि रिटेल इनवेस्टर्स को गोल्ड की कीमतों में उतारचढ़ाव से ज्यादा फोकस अपने इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी पर करना चाहिए। अगर गोल्ड में आपका निवेश 10-15 फीसदी से कम है तो इसे बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए। इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन के लिए यह जरूरी है। आप गोल्ड ज्वैलरी के अलावा Gold ETF या म्यूचुअल फंड्स की गोल्ड स्कीम में निवेश कर सकते हैं। सबसे अच्छा होगा कि SIP से गोल्ड में निवेश किया जाएगा। इससे 4-5 सालों में गोल्ड में आपका निवेश अच्छे लेवल पर पहुंच जाएगा।