सोने की कीमतें इंडिया में रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब पहुंच गईं। 8 अगस्त को 24 कैरेट गोल्ड का भाव 1.02 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी गोल्ड में तेजी दिखी। इसकी बड़ी वजह यह खबर बताई जा रही है, जिसमें कहा गया है कि अमेरिका ने 1 किलोग्राम गोल्ड बार के इंपोर्ट पर टैरिफ लगा दिया है। इससे गोल्ड फ्यूचर्स में उछाल है, जबकि स्पॉट गोल्ड की कीमतें भी स्ट्रॉन्ग बनी हुई है। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 1.1 फीसदी चढ़कर 3,490 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया। गोल्ड के लिए यह हफ्ता पॉजिटिव है। अब तक इस हफ्ते गोल्ड में 1 फीसदी से ज्यादा उछाल आ चुका है।
MCX में गोल्ड फ्यूचर्स में जबर्दस्त उछाल
भारत में कमोडिटी एक्सचेंज MCX में 8 अगस्त को गोल्ड फ्यूचर्स में जबर्दस्त उछाल दिखा। करीब 12 बजे गोल्ड फ्यूचर्स 681 रुपये यानी 0.67 फीसदी की मजबूत के साथ 1,02,097 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा था। अमेरिकी सरकार ने 31 जुलाई को एक लेटर इश्यू किया है। इसमें कहा गया है कि 1 किलोग्राम और 100 औंस के गोल्ड बार ज्यादा टैरिफ के दायरे में आएंगे। इसका असर स्विट्जरलैंड पर पड़ेगा जो दुनिया में गोल्ड का सबसे बड़ा रिफाइनिंग हब है।
ट्रंप की टैरिफ का असर गोल्ड की कीमतों पर
इसके अलावा अमेरिकी टैरिफ से वर्ल्ड इकोनॉमी में उथलपुथल की स्थिति है। सिंगापुर स्थित गोल्डसिल्वर सेंट्रल के मैनेजिंग डायरेक्टर ब्रियन लैन ने कहा कि टैरिफ का असर गोल्ड लिक्विडिटी और ग्लोबल सेटलमेंट पर पड़ रहा है। इससे गोल्ड की कीमतें चढ़ रही हैं। गोल्ड ने पिछले कुछ सालों में निवेशकों को मालामाल किया है।
2019 के मुकाबले गोल्ड की कीमतें तीन गुनी से ज्यादा
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 से गोल्ड की कीमतों में 200 फीसदी उछाल आया है। इस दौरान गोल्ड 30,000 रुपये से चढ़कर 1,00,000 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है। इस ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि गोल्ड का लंबी अवधि का आउटलुक स्ट्रॉन्ग बना हुआ है। लेकिन, नई तेजी के लिए ट्रिगर की जरूरत होगी।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो इनवेस्टर्स शॉर्ट टर्म के लिए गोल्ड में इनवेस्ट करना चाहते हैं उन्हें गोल्ड की कीमतें 99,500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक आने का इंतजार करना चाहिए। लंबी अवधि के निवेशक गोल्ड ईटीएफ/सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स में निवेश कर सकते हैं। इससे उनकी कॉस्ट एवरेज रहेगी। अगर आप गोल्ड ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं तो आपको मेकिंग चार्ज का खास ध्यान रखना होगा। मैकिंग चार्ज की वजह से गोल्ड का फाइनल प्राइस बढ़ जाता है।