Labour Code Law: नए लेबर कोड से सैलरी नहीं होगी कम, सरकार ने कही ये बात, जानें पूरा कैलकुलेशन
Labour Code Law: क्या कर्मचारियों की सैलरी नए लेबर कोड में कम होगी? कर्मचारियों की सबसे बड़ी चिंता इसी बात को लेकर है। केंद्रीय लेबर एवं रोजगार मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि नए लेबर कोड लागू होने के बावजूद कर्मचारियों की टेक-होम सैलरी में कोई कटौती नहीं होगी
Labour Code Law: क्या कर्मचारियों की सैलरी नए लेबर कोड में कम होगी?
Labour Code Law: क्या कर्मचारियों की सैलरी नए लेबर कोड में कम होगी? कर्मचारियों की सबसे बड़ी चिंता इसी बात को लेकर है। केंद्रीय लेबर एवं रोजगार मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि नए लेबर कोड लागू होने के बावजूद कर्मचारियों की टेक-होम सैलरी में कोई कटौती नहीं होगी, बशर्ते प्रोविडेंट फंड (PF) कटौती कानूनी सीमा 15,000 रुपये की सैलरी पर ही हो।
15,000 रुपये के ऊपर कटौती ऑप्शनल
मंत्रालय ने कहा कि PF में 15,000 रुपये से अधिक के अमाउंट पर कटौती कंपनी मजबूरी में नहीं करा सकती। यानी आपका PF 12% सिर्फ 15,000 रुपये पर ही अनिवार्य है। उससे ऊपर का PF योगदान पूरी तरह आपकी मर्जी है। इससे साफ है कि कंपनियां कर्मचारियों की टेक-होम सैलरी कम नहीं कर सकतीं।
नए लेबर कोड में क्या बदला?
सरकार ने 21 नवंबर 2025 को चारों नए लेबर कोड लागू कर दिए। बदलावों में सबसे अहम है। वेज की नई यूनिफॉर्म डेफिनिशन, जिसके आधार पर PF, ग्रेच्युटी और ESI की कैलकुलेशन होगी। इससे कंपनियों को अपने कर्मचारियों की CTC संरचना दोबारा बनानी होगी, लेकिन कर्मचारियों की इन-हैंड सैलरी पर इसका कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा।
मंत्रालय ने कहा कि नई PF व्यवस्था टेक होम सैलरी नहीं घटाती। PF सिर्फ निर्धारित वेज सीलिंग 15,000 रुपये पर ही लगेगा। इस बयान के साथ कर्मचारियों में चल रही असमंजस खत्म हो गई।
उदाहरण से समझिए: आपकी सैलरी पर क्या असर पड़ेगा?
मान लीजिए आपकी कुल सैलरी = 60,000 रुपये
बेसिक + DA = 20,000 रुपये
अलाउंस = 40,000 रुपये
पहले क्या होता था?
PF सिर्फ 15,000 रुपये पर लगता था।
कर्मचारी PF: 1,800 रुपये
नियोक्ता PF: 1,800 रुपये
टेक-होम = 56,400 रुपये
अब नए लेबर कोड में क्या होगा?
अगर अलाउंस बेसिक से ज्यादा हैं तो कैलकुलेशन में 10,000 रुपये जोड़ दिए जाएंगे,
लेकिन PF फिर भी सिर्फ 15,000 रुपये पर ही लगेगा।
कर्मचारी PF: 1,800 रुपये
नियोक्ता PF: 1,800 रुपये
टेक-होम = 56,400 रुपये (जैसे पहले था, वैसा ही रहेगा)
यानी कर्मचारी की जेब पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
कर्मचारियों के लिए क्या मायने?
इन-हैंड सैलरी कम नहीं होगी
PF में ज़बरदस्ती ज्यादा कटौती नहीं हो सकती
CTC स्ट्रक्चर बदलेगा, लेकिन सैलरी स्थिर रहेगी
PF, ग्रेच्युटी, ESI में पारदर्शिता बढ़ेगी
मंत्रालय की इस स्पष्टता के बाद कर्मचारियों को सबसे बड़ा फायदा यह है कि उन्हें अब अपनी महीने की कमाई को लेकर कोई डर नहीं रखना पड़ेगा। अब नए लेबर कोड का फोकस सिर्फ बेहतर सोशल सिक्योरिटी और साफ-सुथरी वेज स्ट्रक्चर पर रहेगा।