ग्लोबल मार्केट में सोना नए रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है। इसने 3920.63 डॉलर प्रति औंस का लेवल टच किया है। अमेरिकी सरकार का शटडाउन अभी भी जारी है, जिससे सोने में निवेश बढ़ रहा है। अमेरिकी शटडाउन के चलते शुक्रवार को पेरोल डेटा जारी नहीं हो सका और इसमें देरी हो रही है। इससे अमेरिका का इकोनॉमिक आउटलुक और भी अस्पष्ट हो गया है। अमेरिका में सरकारी कार्यक्रम और सेवाएं जारी रखने को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और संसद के बीच कोई समझौता न हो पाने के बाद सरकारी फाइनेंसिंग पर रोक (शटडाउन) शुरू हो गई। इससे अनिश्चितता का माहौल पैदा हो गया है। अमेरिकी सीनेट 30 सितंबर को फंडिंग एक्सटेंशन को पास करने में विफल रही।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी आंकड़ों की रिलीज में देरी के कारण अब ट्रेडर्स अमेरिकी इकोनॉमी पर अधिक स्पष्टता के लिए प्राइवेट रिपोर्ट्स पर निर्भर हैं। साथ ही अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व को मॉनटेरी पॉलिसी से जुड़े फैसले लेने में भी कठिनाई हो रही है। ब्याज दरों में अभी भी अक्टूबर के अंत में 0.25 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद है। अगर ऐसा हुआ तो गोल्ड की डिमांड और बढ़ेगी।
जैसे-जैसे ब्याज दरें बढ़ती हैं, सोने की कीमत गिरती है क्योंकि उच्च ब्याज दरें, बॉन्ड में निवेशों को अधिक आकर्षक बनाती हैं। ब्याज दरें कम होने पर निवेशक सेफ एसेट माने जाने वाले गोल्ड में निवेश बढ़ा देते हैं।
इस साल सोना 50 प्रतिशत उछला
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, इस साल सोने में लगभग 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बाजार में लाई गई आर्थिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितता के बड़े झटके से प्रेरित है। फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती और केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की अच्छी खरीद भी काफी मददगार रही है। डॉलर में कमजोरी के कारण भी वैश्विक निवेशक, सोने को सुरक्षित मानते हुए इसमें निवेश बढ़ा देते हैं।
वायदा कारोबार में 6 अक्टूबर को सोने और चांदी का भाव नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इसके पीछे भी अहम कारण अमेरिकी शटडाउन और फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में और कटौती की उम्मीद जैसे ग्लोबल फैक्टर रहे। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में दिसंबर में डिलीवरी वाले गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट का भाव 1820 रुपये उछलकर 119933 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। फरवरी 2026 में डिलीवरी वाले गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमत 1512 रुपये चढ़कर 1,20,845 प्रति 10 ग्राम के अब तक के उच्च स्तर पर पहुंच गई।
चांदी में भी तेजी देखी गई। दिसंबर में डिलीवरी वाले सिल्वर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमत 1956 रुपये या की बढ़त के साथ 1,47,700 रुपये प्रति किलोग्राम के नए पीक पर पहुंच गई। इसी तरह, मार्च 2026 में डिलीवरी वाले कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमत 2053 रुपये की बढ़त के साथ 1,49,321 रुपये प्रति किलोग्राम के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई।