स्वास्थ्य बीमा या हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को समय-समय पर बेहतर कवरेज, कम प्रीमियम या बेहतर सेवा के लिए बदलना आम बात हो गई है। इसे पोर्टिंग कहा जाता है, जिसका मतलब है कि आप अपनी पुरानी पॉलिसी को छोड़कर नई कंपनी में ट्रांसफर कर सकते हैं बिना कोई विशेष लाभ खोए। लेकिन बीमा कंपनी बदलते समय कई बार क्लेम रिजेक्शन जैसी समस्याएं भी सामने आती हैं, इसलिए सावधानी जरूरी है।
