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हार्ट की बीमारी के लिए आया 1.1 करोड़ रुपये का क्लेम! भारत में ऑल टाइम हाई पर पहुंचा अस्पताल का खर्च

भारत में अस्पताल में भर्ती होने की लागत तेजी से बढ़ रही है। हार्ट की बीमारी के लिए 1 करोड़ रुपये का क्लेम इंश्योरेंस कंपनी के पास आया है। देश में अस्पताल और बीमारी पर होने वाला खर्च अपने पीक पर पहुंच गया है। 2023-24 के लिए औसत दावा ₹70,558 तक पहुंच गया है, जो पिछले साल ₹62,548 से 11.35% अधिक है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 26, 2024 पर 6:05 PM
हार्ट की बीमारी के लिए आया 1.1 करोड़ रुपये का क्लेम! भारत में ऑल टाइम हाई पर पहुंचा अस्पताल का खर्च
भारत में अस्पताल में भर्ती होने की कॉस्ट तेजी से बढ़ रही है।

भारत में अस्पताल में भर्ती होने की लागत तेजी से बढ़ रही है। हार्ट की बीमारी के लिए 1 करोड़ रुपये का क्लेम इंश्योरेंस कंपनी के पास आया है। देश में अस्पताल और बीमारी पर होने वाला खर्च अपने पीक पर पहुंच गया है। 2023-24 के लिए औसत दावा ₹70,558 तक पहुंच गया है, जो पिछले साल ₹62,548 से 11.35% अधिक है। यह बढ़ोतरी स्वास्थ्य खर्चों की गंभीर स्थिति को दिखाती है। ऐसा बीमा कंपनी ACKO की इंडिया हेल्थ रिपोर्ट 2024 में बताया गया है। चिकित्सा पर होने वाला खर्च इस समय 14% है। ये लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों के कारण और बढ़ गया है। रिपोर्ट में लगभग 60,000 स्वास्थ्य बीमा दावों के आधार पर रिपोर्ट बनाई गई है। इसमें कहा गया है कि पुरुषों ने औसतन ₹77,543 का दावा किया, जबकि महिलाओं ने (गर्भावस्था के दावों को छोड़कर) ₹69,553 का दावा किया गया है।

बढ़ने लगा है बीमारियों पर खर्च

रिपोर्ट बताती है कि स्वास्थ्य बीमा कवरेज की आवश्यकता बहुत जरूरी है। कई परिवारों को अस्पताल में भर्ती होने पर गंभीर फाइनेंशियल दबाव का सामना करना पड़ता है। सामान्य हेल्थ प्रोसेस की लागत भी बढ़ रही है। जैसे, एंजियोप्लास्टी की लागत 2018 में ₹1-1.5 लाख से बढ़कर 2024 में ₹2-3 लाख हो गई है। यह 2030 तक ₹6-7 लाख तक पहुंच सकती है। गुर्दे के प्रत्यारोपण की लागत भी दोगुनी हो गई है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के वित्तीय प्रभाव की चिंता बढ़ती है।

उम्र के हिसाब से बढ़ रही हैं ये बीमारियां

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