Investment Calculation: फाइनेंशियल मार्केट में निवेशकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही होती है कि उनकी मेहनत की कमाई कब और कैसे दोगुनी होगी। म्यूचुअल फंड, इक्विटी, FD या PPF पीएफ जैसे विकल्पों में रिटर्न दरें अलग-अलग हैं। लेकिन, निवेश का आकलन करने का एक आसान गणित मौजूद है, रूल ऑफ 72’। यह बड़ा आसान फॉर्मूला है, जिसकी मदद से आप अनुमान लगा सकते हैं कि किसी भी निवेश में आपकी रकम कितने वर्षों में दोगुनी हो सकती है।
हर निवेशक अपनी संपत्ति बढ़ाना और वित्तीय लक्ष्य को हासिल करना चाहता है। चाहे वह नेटवर्थ बढ़ाना हो, रिटायरमेंट फंड तैयार करना, बच्चों की शिक्षा या शादी का खर्च जुटाना। लेकिन समस्या यह है कि कई लोग समझ नहीं पाते कि उनका निवेश कितना बढ़ेगा। इसकी मुश्किल को आसान करता है, रूल ऑफ 72।
यह असल में बेसिक कैलकुलेशन है, जिससे निवेशक यह अनुमान लगा सकते हैं कि किसी भी निवेश पर उनका पैसा कितने वर्षों में दोगुना होगा। फॉर्मूला बेहद आसान है, 72 को उस निवेश के ब्याज दर या रिटर्न रेट से भाग दीजिए। जो उत्तर आएगा, वही सालों की संख्या होगी जिसमें निवेश दोगुना होगा।
कहां-कहां लागू होता है यह फॉर्मूला
निवेश विशेषज्ञों के मुताबिक, रूल ऑफ 72 एक "हैंड-टूल" है, जो तेजी से अनुमान लगाने में मदद करता है। यह कंपाउंडेड ब्याज दरों पर लागू होता है और 6 से 10 प्रतिशत रिटर्न रेंज में काफी हद तक सटीक नतीजे देता है। इसकी खासियत यह है कि इसे सिर्फ निवेश ही नहीं, बल्कि मुद्रास्फीति (inflation) और जीडीपी ग्रोथ जैसे अन्य क्षेत्रों में भी लगाया जा सकता है।
रूल ऑफ 72 निवेशकों के लिए एक सरल गाइड है। हालांकि यह एक मोटा अनुमान देता है और वास्तविक रिटर्न बाजार परिस्थितियों पर निर्भर करते हैं। लेकिन शुरुआती निवेश योजना बनाने में यह बेहद उपयोगी साबित हो सकता है।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।