फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में इंडिया में ग्रॉस प्रति व्यक्ति आय 1,31,566 रुपये थी। यह एक साल पहले से 5.44 फीसदी और पांच साल पहले से 23 फीसदी ज्यादा है। साबुन से लेकर मोबाइल बनाने वाली कंपनियों को कहना है कि जिन प्रोडक्ट्स को प्रीमियम माना जाता है उनकी डिमांड बेसिक माने जाने वाले प्रोडक्ट्स के मुकाबले ज्यादा है। इंडियन इकोनॉमी में के-आकार की रिकवरी का असर लोगों के खर्च करने की आदत पर पड़ा है। इससे प्रीमियमाइजेशन के ट्रेंड को सपोर्ट मिला है। अब यह असर बैंकिंग पर भी दिख रहा है।