जून के आखिर में नेशनल इंश्योरेंस अवेयरनेस डे (Insurance Awareness Day) मनाया जा रहा है। ऐसे में मनीकंट्रोल ने इंश्योरेंस तक सेम-सेक्स कपल और LGBTQ+ कम्युनिटी की पहुंच के बारे में जानने का फैसला किया। सुप्रीम कोर्ट ने होमोसेक्सुअलिटी को 2018 में डिक्रिमिनलाइज कर दिया था। इसका मतलब है कि इसे अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया था। इसके बाद कंपनियों ने अपने सभी तरह के एंप्लॉयीज को इंश्योरेंस सहित हर तरह की सुविधाएं देनी शुरू कर दी। इससे पिछले कुछ सालों से कई कंपनियों को ग्रुप लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीज की कस्टमाइज फैसिलिटी दी जा रही हैं।
इंश्योरेंस कंपनियां बदल रही हैं नियम
होमोसेक्सुअलिटी को डिक्रिमनलाइज कर दिया गया है, लेकिन अब तक सेम सेक्स मैरिज को कानूनी वैधता नहीं मिली है। इस वजह से ऐसे लोगों को रिटेल इंश्योरेंस प्लान्स उपलब्ध नहीं हैं, जो जनरल पब्लिक के लिए उपलब्ध हैं। लेकिन, हालात में बदलाव आ रहा है। अब जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के साथ ही लाइफ इंश्योरेंस कंपनियां लिव-इन पार्टनर्स के अलावा LGBTQ+ और सेम सेक्स कपल को पॉलिसीज ऑफर कर रही हैं।
मोटर फ्लोटर पॉलिसी की भी सुविधा शुरू
सेम सेक्स कपल के लिए मेडीक्लेम फ्लोटर पॉलिसी लेना एक बड़ी प्रॉब्लम रही है। फ्लोटर पॉलिसी के तहत परिवार के किसी सदस्य को हेल्थ इमर्जेंसी की स्थिति में क्लेम लेने की इजाजत होती है। इससे काफी कॉस्ट बच जाती है, क्योंकि यह मान लिया जाता है कि परिवार के सभी सदस्यों को एक साथ हॉस्पिटल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ती है। इस सिद्धांत को ध्यान में रख अब इंश्योरेंस कंपनियां सेम सेक्स कपल को भी हेल्थ और मोटर इंश्योरेंस फ्लोटर पॉलिसीज ऑफर कर रही हैं।
बदली गई है परिवार की परिभाषा
Future Generali India Insurance Company के चीफ डिस्ट्रिब्यूशन ऑफिसर राघवेंद्र राव ने कहा, "परिवार की पारंपरिक परिभाषा से मेल नहीं खाने की वजह से फ्लोटर हेल्थ पॉलिसी से एक्सक्लूजन एक बड़ा मसला रहा है। इसलिए हमने फैमिली की परिभाषा का विस्तार किया है। अब इसमें लिव-इन पार्टनर्स और सेम-सेक्स कपल को शामिल किया गया है।" हालांकि, फ्लोटर हेल्थ पॉलिसीज दो दशक से ज्यादा पुरानी है, व्हीकल्स के लिए फ्लोटर पॉलिसी की शुरुआत हाल ही में हुई है।
अब उम्र, जेंडर आदि की सीमा नहीं
कई इंश्योरेंस कंपनियों ने इस बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। लेकिन एक प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनी के अफसर ने कहा कि उनकी कंपनी ऐसे लोगों को व्हीकल्स की फ्लोटर पॉलिसी ऑफर कर रही है, जो एक ही घर में रहते हैं और इसे प्रूफ करने के लिए उनके पास डॉक्युमेंट्स हैं। लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसीज हर किसी को ऑफर की जा रही हैं। इसके लिए उम्र, जेंडर या किसी दूसरे तरह की कोई शर्त नहीं है। प्रीमियम पर भी जेंडर का कोई असर नहीं पड़ता है।