Insurance Policy: हम में से बहुत सारे लोग बैंक लॉकर में अपनी महंगे गहने और सामान रखते हैं। इसकी बड़ी वजह है कि बैंक लॉकर में रखा सामान घर के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि लॉकर में से सामान चोरी हो जाने पर बैंक इसकी गारंटी नहीं देते हैं। बैंकों का इसके पीछे तर्क होता है कि उसे लॉकर में रखे सामान की जानकारी नहीं होती है। इसलिए वह रखे सामान की गारंटी नहीं दे सकता है। ऐसे महंगे गहनों का आप इंश्योरेंस करा सकते हैं। ऐसे में गहनों के चोरी होने पर पॉलिसी के जरिए इसकी भरपाई हो जाती है।
जानिए गहनों के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी
गहनों पर इंश्योरेंस कवर लेकर इनकी चोरी और गायब होने की टेंशन से छुटकारा पा सकते हैं। बीमा कंपनियां ज्वेलरी की सुरक्षा को लेकर दो तरह की स्कीम मुहैया कराती हैं। इन दो तरह की पॉलिसी में एक होम इंश्योरेंस पॉलिसी है और दूसरी स्टैंड-अलोन ज्वेलरी पॉलिसी है। होम इंश्योरेंस पॉलिसी में घर में रखे गहने पर सुरक्षा दी जाती है। वहीं गहने चोरी या गायब होने की कंडीशन में पूरा पैसा नहीं मिल पाता है। अगर आपको गहनों की पूरी सुरक्षा चाहिए तो कंपनी की स्टैंडअलोन ज्वेलरी इंश्योरेंस पॉलिसी ले सकते हैं।
स्टैंडअलोन ज्वेलरी इंश्योरेंस पॉलिसी में 10 लाख रुपये तक के गहनों पर करीब 1000 रुपये तक हर महीने का प्रीमियम जमा करना होगा। इससे गहनों के चोरी या गायब होने की कंडीशन में आपको गहनों के बराबर पूरे पैसे मिलेंगे।
किस भी तरह की स्कीम का फायदा लेने से पहले गहनों का मार्केट वेल्युएशन के बारे में जरूर जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए। कभी-कभी ऐसा होता है कि बीमा कंपनी बीमा क्लेम करते समय गहनों की कीमत कम लगा देती है। जब ऐसे किसी पॉलिसी को लेने की तैयारी करें तो कंपनी के रिफंड नियमों की ठीक से जानकारी जुटा लेनी चाहिए। स्टैंडअलोन ज्वेलरी इंश्योरेंस लेते समय प्राकृतिक आपदा वाले सेक्शन पर खासा ध्यान रखना चाहिए।