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EPF: टैक्स-फ्री इंटरेस्ट इनकम के लिए VVF में मैक्सिमम कितना इनवेस्ट किया जा सकता है?

EPF (Employees Provident Fund) पर फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में 8.1 फीसदी इंटरेस्ट मिलेगा। यह फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के मुकाबले 0.40 फीसदी कम है। इसके बावजूद यह फिक्स्ड रिटर्न वाले दूसरे इंस्ट्रूमेंट्स के मुकाबले ज्यादा है

अपडेटेड Aug 03, 2022 पर 1:04 PM
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EPF लॉन्ग टर्म के लिए इनवेस्टमेंट का अट्रैक्टिव जरिया है। वीपीएफ के जरिए आप इसमें अपना कंट्रिब्यूशन बढ़ा सकते हैं।

EPFO: सरकार ने EPF (Employees Provident Fund) के लिए फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के इंटेरस्ट रेट का ऐलान कर दिया है। इस दौरान ईपीएफ (EPF) सदस्यों को 8.1 फीसदी इंटरेस्ट मिलेगा। यह फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के मुकाबले 0.40 फीसदी कम है। इसके बावजूद यह फिक्स्ड रिटर्न वाले दूसरे इंस्ट्रूमेंट्स के मुकाबले ज्यादा है।

कई एप्लॉयीज ईपीएफ के अट्रैक्टिव इंटरेस्ट रेट को देखते हुए VPF (Voluntary Provident Fund) के रास्ते अपना ईपीएफ कंट्रिब्यूशन बढ़ाने के बारे में सोच सकते हैं। ऐसा करने से सेविंग्स पर आपका रिटर्न बढ़ जाएगा। साथ ही ईपीएफ और वीपीएफ में कंट्रिब्यूशन पर मिलने वाला आपका इंटरेस्ट टैक्स-फ्री होगा।

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हालांकि, इसमें एक शर्त है। यह शर्त 1 अप्रैल, 2021 से लागू है। इसमें कहा गया है कि ईपीएफ से मिला इंटरेस्ट अमाउंट तब टैक्स के दायरे में आएगा, जब एंप्लॉयी का अपना कंट्रिब्यूशन तय सीमा को पार कर जाता है। इस लिमिट में एंप्लॉयी की तरफ से VPF में कंट्रिब्यूशन भी शामिल है।

इस तरह अगर एक फाइनेंशियल ईयर में किसी एंप्लॉयी का ईपीएफ और वीपीएफ का कंट्रिब्यूशन 2.5 लाख रुपये से ज्यादा हो जाता है तो अतिरिक्त अमाउंट पर मिला इंटरेस्ट टैक्स के दायरे में आएगा। अतिरिक्त कंट्रिब्यूशन पर मिलने वाले इंटरेस्ट के लिए एक अलग ईपीएफ अकाउंट खोलना होगा।

अब सवाल है कि आपको VPF के जरिए कितना इनवेस्ट करना चाहिए ताकि आपका ईपीएफ और ईपीएफ का इंटरेस्ट टैक्स के दायरे में नहीं आए? नियम के हिसाब से ईपीएफ और वीपीएफ के जरिए कुल ईपीएफ कंट्रिब्यूशन एक फाइनेंशियल ईयर में 2.5 लाख से ज्यादा नहीं होना चाहिए। लेकिन, इस सवाल का सही जवाब इस बात पर निर्भर करता है कि हर महीने आप ईपीएफ में अनिवार्य रूप से कितना अमाउंट कंट्रिब्यूट करते हैं।

आपका अनिवार्य ईपीएफ कंट्रिब्यूशन कितना है, इसे जानने के दो तरीके हैं:

1. आप अपनी सैलरी स्लिप से अनिवार्य ईपीएफ कंट्रिब्यूशन चेक कर सकते हैं।

2. आप अपनी बेसिक सैलरी का 12 फीसी कैलकुलेट कर अपना ईपीएफ कंट्रिब्यूशन जान सकते हैं।

एक बार जब आपको अपना अनिवार्य ईपीएफ कंट्रिब्यूशन अमाउंट पता चल जाएगा तो उसे आपको 2.5 लाख रुपये में से घटा देना होगा। इससे आपको पता चल जाएगा कि आप VPF के जरिए मैक्सिमम कितना कंट्रिब्यूशन ईपीएफ में कर सकते हैं।

इसे हम एक उदाहरण की मदद से समझ सकते हैं। मान लीजिए आपकी मंथली बेसिक सैलरी 30,000 रुपये है। इसका अनिवार्य ईपीएफ कंट्रिब्यूशन 3,600 रुपये (30,000 का 12%) होगा। आपका सालाना ईपीएफ कंट्रिब्यूशन 43,000 रुपये (3600X12) होगा। इस तरह VPF में आप एक फाइनेंशियल ईयर में मैक्सिमम 2,06,800 रुपये (2,50,000-43,200) इनवेस्ट कर सकते हैं। यह मैक्सिसम अमाउंट है जो आप टैक्स-फ्री इंटरेस्ट अमाउंट पाने के लिए इनवेस्ट कर सकते हैं।

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