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FD में पैसा लगाने पर होता है आपको ये नुकसान, निवेश करने से पहले जान लें सारी डिटेल

कई सारे लोग अपने पैसों को सुरक्षित तरीके से इनवेस्ट करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट पर ही भरोसा करते हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान लगभग सारे प्राइवेट और सरकारी बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर इंटरेस्ट रेट को भी बढ़ा दिया है। हालांकि फिर भी एफडी में पैसा लगाने पर आपको जहां एक तरफ कई सारे फायदे होते हैं तो वहीं आपको कुछ नुकसान भी उठाना पड़ सकता है

अपडेटेड May 14, 2023 पर 4:22 PM
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कई सारे लोग अपने पैसों को सुरक्षित तरीके से इनवेस्ट करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट पर ही भरोसा करते हैं

अपने पैसों को सही जगह इनवेस्ट करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) आज भी सबसे ज्यादा पसंदीदा योजनाओं में से एक है। कई सारे लोग अपने पैसों को सुरक्षित तरीके से इनवेस्ट करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट पर ही भरोसा करते हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान लगभग सारे प्राइवेट और सरकारी बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर इंटरेस्ट रेट को भी बढ़ा दिया है। हालांकि फिर भी एफडी में पैसा लगाने पर आपको जहां एक तरफ कई सारे फायदे होते हैं तो वहीं आपको कुछ नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। ऐसे में आइये जानते हैं कि एफडी में पैसा लगाने पर आपको क्या नुकसान उठाने पड़ सकते हैं।

फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट

फिक्स्ड डिपॉजिट का एक नुकसान यह है कि इसमें आपको फिक्स्ड इंटरेस्ट मिलता है। इसमें खाता खोलते वक्त जो ब्याज दर रहती है उसी हिसाब से आपको रिटर्न मिलता है। जब आप एक फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पर कोई एफडी खोलते हैं तो आपको उसी अवधि के अंत तक उसी हिसाब से ब्याज मिलता है।


कम रिटर्न

एफडी योजनाओं में इनवेस्टमेंट का एक नुकसान यह भी है कि एफडी में क्योंकि एक फिक्स इंटरेस्ट रेट मिलता है जिस वजह से इसमें बहद कम रिटर्न मिल पाता है। आम तौर पर यह रिटर्न म्यूचुअल फंड या दूसरे इनवेस्टमेंट विकल्पों से कम भी होता है।

लॉक इन पीरियड

एक बार जब आप एफडी में इनवेस्ट करते हैं तो आपका पैसा डिपॉजिट की अवधि के लिए लॉक हो जाता है। इसका मतलब यह है कि आप अपने पैसे को तब तक इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं जब तक कि वह पीरियड खत्म ना हो जाए। भले ही आपके साथ कोई इमरजेंसी की स्थिति क्यों ना हो।

TDS

एफडी पर आपको जो ब्याज दिया जाता है वह टैक्स के दायरे में आता है। इसका सीधा सा मतलब यह है कि आपको मिलने वाले ब्याज पर टैक्स देना होगा। एफडी पर प्याज इनकम फ्रॉम अदर सोर्स में गिना जाता है।

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महंगाई

एफडी पर ज्यादातर बार महंगाई दर से कम ही होती है। ऐसे में अगर एफडी से महंगाई दर से ज्यादा इंटरेस्ट नहीं मिलता तो उसमें निवेश करने पर आपको कुछ खास फायदा नहीं मिलेगा। अगर महंगाई की दर आपके एफडी इंटरेस्ट रेट से ज्यादा है तो समय के साथ साथ आपके पैसों की वैल्यू कम होती जाएगी।

लिक्विडिटी

अगर कभी जरूरत पड़ने पर आप अपनी एफडी को तोड़ते हैं तो इस पर आपको प्री मेच्योर पेनाल्टी देनी होती है। इसके अलावा आपको एफडी पर कोई कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं देना होता है।

बैंक के दिवालिया होने का खतरा

एफडी को एक सुरक्षित इनवेस्टमेंट माना जाता है। हालांकि इसमें बैंक के दिवालिया होने का खतरा भी बना रहता है। अगर कभी आपका बैंक दीवालिया हो जाता है तो आप अपने पूरा निवेश या पिर निवेश का कुछ हिस्सा खो सकते हैं।

वक्त से पहले पैसा निकालने पर जुर्माना

अगर आप एफडी योजना से समय से पहले पैसा निकालते हैं तो आपको इसके लिए कुछ पैसा भी देना पड़ सकता है।

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