MSSC Vs SSY: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2023 में खास तौर से महिलाओं के लिए एक निश्चित कमाई की योजना का ऐलान किया है। इसका नाम महिला सम्मान बचत पत्र (Mahila Samman Savings Certificate - MSSC) है। यह स्मॉल सेविंग स्कीम का हिस्सा है। इस योजना के ऐलान के बाद से ही महिलाओं के बीच इसे लेकर लेकर उत्साह नजर आ रहा है। वहीं सरकार की ओर से लड़कियों के लिए पहले से ही एक योजना चलाई जा रही है जिसका नाम सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana -SSY) है।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि दोनों योजनाओं में क्या फर्क है। कौन सी योजना निवेश के लिए लिहाज से आपके लिए बेहतर साबित हो सकती है? हम आपको इन योजनाओं की खासियत के बारे में बता रहे हैं। फैसला आप खुद करें।
सुकन्या समृद्धि योजना में कोई भी अभिभावक अपनी बेटी के नाम से अकाउंट से खोल सकते हैं। इसमें बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए। वहीं महिला सम्मान बचत पत्र योजना में उम्र की कोई बंदिश नहीं है। यानी इस योजना का फायदा उठाने के लिए किसी भी उम्र में निवेश करना शुरू कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत तिमाही आधार पर ब्याज दरों की समीक्षा की जाती है। मौजूदा समय में इस योजना के तहत सरकार खाते में जमा राशि पर 7.6 फीसदी के हिसाब से ब्याज मुहैया करा रही है। वहीं महिला सम्मान बचत पत्र योजना के तहत सालाना आधार पर 7.5 फीसदी का ब्याज मिलता है। यह योजना एफडी (FD) की तरह है। जिसमें आप कम अवधि में निवेश करके मोटा रिटर्न हासिल किया जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना लॉन्ग टर्म के लिए निवेश के लिए है। इसमें कम से कम 15 साल तक निवेश करना होता है। जबकि महिला सम्मान बचत पत्र योजना एक छोटी अवधि की योजना है। इसमें दो साल के लिए अपने पैसे निवेश किए जा सकते हैं। यह योजना 1 अप्रैल 2023 से शुरू हो जाएगा। इसे मार्च 2023 से 2025 के लिए निवेश कर सकते हैं।
महिला सम्मान बचत पत्र योजना के तहत एकमुश्त 2 लाख रुपये तक जमा किया जा सकता है। वहीं सुकन्या समृद्धि योजना में कम से 250 रुपये और वित्त वर्ष में अधिक से अधिक 1,50,000 रुपये तक जमा कर सकते हैं।
दोनों ही योजनाएं स्मॉल सेविंग स्कीम्स के तहत आती हैं। लिहाजा दोनों योजनाओं में किसी भी तरह का कोई जोखिम नहीं है। मार्केट के उतार-चढ़ाव जैसा भी कोई जोखिम नहीं है।
समय से पहले कितना निकाल सकते हैं पैसे?
महिला सम्मान बचत पत्र योजना के तहत समय से पहले पैसे निकालने की अनुमति दी गई है। हालांकि कितने पैसे निकाल सकते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। वहीं सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटी की उम्र 18 साल पूरी होने के बाद 50 फीसदी पैसे निकाले जा सकते हैं। बेटी के 21 साल के होने पर पूरा पैसा मिल जाएगा। पैसा एकमुश्त या फिर किश्तों (instalments) में भी मिल सकता है। एक साल में एक ही बार पैसा मिलेगा। अधिकतम पांच साल तक किश्त में पैसे ले सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना में टैक्स में छूट का फायदा मिलता है। इनकम टैक्स के एक्ट के सेक्शन 80 C के तहत एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक की छूट ली जा सकती है। वहीं महिला बचत सम्मान पत्र में टैक्स के बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
महिला सम्मान बचत पत्र और सुकन्या समृद्धि योजना दोनों ही योजनाएं भले ही महिलाओं के लिए बनाई गई हों। लेकिन दोनों में बहुत फर्क है। महिला सम्मान बचत पत्र में कोई भी महिला निवेश कर सकती है। जबकि SSY में सिर्फ 10 साल बेटियां ही निवेश कर सकती हैं। महिला सम्मान बचत पत्र एक शॉर्ट टर्म स्कीम है। जबकि सुकन्या समृद्धि योजना लॉन्ग टर्म स्कीम है। ऐसे में आपकी प्राथमिकता और लक्ष्य पर निर्भर करता कि आप किस पर निवेश करते हैं।