निवेश के लिए म्युचुअल फंड चुनते समय ज़्यादातर निवेशकों की उलझन रहती है, ‘क्या मुझे बेहतर रिटर्न पाने के लिए कम NAV (नेट असेट वैल्यू) वाले फंड में निवेश करना चाहिए? ’ यह एक अक्सर पूछा जाने वाला सवाल है। लोगों की मान्यता है कि कम NAV का मतलब होता है कि ये फंड सस्ते हैं और इनके तेज़ी से बढ़ने की संभावना होती है। क्या वाकई में ऐसा ही होता है? आइए हम पूरा सच समझते हैं और जानते हैं कि असल में कौन सी चीज़ें महत्वपूर्ण हैं। हम यह भी समझेंगे कि आपके लिए “Nivesh ka Sahi Kadam” क्या है और इसके लिए कौन से मापदंड हैं।