म्युचुअल फंड चुनते समय, निवेशक रिटर्न की संभावनाओं के साथ अक्सर यह भी देखते हैं कि फंड मैनेजर कितने कुशल तरीके से पैसों का मूल्य तय (पैसों को ज़्यादा से ज़्यादा बढ़ाने की क्षमता) करते हैं। इसका मूल्यांकन करने वाला एक मुख्य टूल या मापदंड सूचना अनुपात (IR) होता है। इसे एक ऐसा उपयोगी टूल कह सकते हैं, जो बाज़ार से जुड़े जोखिम को ध्यान में रखते हुए फंड मैनेजर के बेंचमार्क रिटर्न से ज़्यादा रिटर्न देने की क्षमता और कुशलता का आकलन करता है। Nivesh ka Sahi Kadam के तहत, आइए समझते हैं कि इन्फ़ॉर्मेशन रेशियो या सूचना अनुपात क्या है। इसकी मुख्य विशेषताएं क्या हैं और यह स्मार्ट निवेश के लिए आपको कैसे नई दिशा दे सकता है।