इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने फर्जी डिडक्शन क्लेम के मामलों के खिलाफ अपनी सख्ती बढ़ा दी है। वह सैलरीड टैक्सेपयर्स की इनकम और खर्च पर नजर रखने के लिए एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट (एआईएस) का इस्तेमाल कर रहा है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की भी मदद ली जा रही है। इसका असर सैलरीड टैक्सपेयर्स पर पड़ा है। टैक्सपेयर्स फाइनेंशियल ईयर 2024-25 का इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने में सावधानी बरत रहे हैं।