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Home Loan लेने से पहले जान लें फिक्स्ड और फ्लोटिंग ब्याज दरों का अंतर, कौन सा विकल्प आपके लिए है बेहतर?

Home Loan में फिक्स्ड ब्याज दर में ईएमआई स्थिर रहती है, जिससे बजट बनाने में आसानी होती है, जबकि फ्लोटिंग ब्याज दर बाजार की चाल के अनुसार बदलती है, जिससे थोडा जोखिम होता है लेकिन बचत के भी मौके मिलते हैं।

Edited By: Shradha Tulsyanअपडेटेड Oct 29, 2025 पर 11:02 PM
Home Loan लेने से पहले जान लें फिक्स्ड और फ्लोटिंग ब्याज दरों का अंतर, कौन सा विकल्प आपके लिए है बेहतर?

घर खरीदना हर किसी का सपना होता है, लेकिन इसे साकार करने के लिए जाने वाला होम लोन सही विकल्प चुनना बहुत जरूरी होता है। होम लोन के लिए फिक्स्ड और फ्लोटिंग ब्याज दर दो प्रमुख विकल्प हैं, जिनके फायदे और नुकसान को समझकर ही इंसान को निवेश करना चाहिए।

फिक्स्ड ब्याज दर की विशेषताएं और फायदे

फिक्स्ड ब्याज दर वाले होम लोन में ब्याज दर पूरे लोन की अवधि में स्थिर रहती है, जिसका मतलब है कि आपकी EMI हर महीने एक समान होती है। इससे आप आसान बजट प्लानिंग कर सकते हैं और वित्तीय तनाव से बच सकते हैं। यदि आपको भविष्य में ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव की चिंता है, तो फिक्स्ड रेट लोन उपयुक्त विकल्प होता है। हालांकि, फिक्स्ड ब्याज दर फ्लोटिंग रेट से अधिक होती है, जिससे शुरुआत में आपको थोड़ा ज्यादा भुगतान करना पड़ सकता है। साथ ही, समय से पहले लोन चुकाने पर प्रीपेमेंट शुल्क भी लागू हो सकता है।

फ्लोटिंग ब्याज दर होम लोन की विशेषताएं

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