Maha Kumbh Mela 2025 News: 45 दिनों तक चले महाकुंभ के समापन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार (27 फरवरी) को प्रयागराज पहुंचे। इस दौरान सीएम योगी महाकुंभ में लगे सफाई कर्मचारियों और स्वास्थ्य कर्मियों को 10,000 रुपये का बोनस देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने कहा कि यूपी सरकार यह सुनिश्चित करने जा रही है कि अप्रैल से सफाई कर्मियों को 16,000 रुपये का न्यूनतम सैलरी दिया जाएगा। इस दौरान योगी ने महाकुंभ नगर के अरैल घाट पर सफाईकर्मियों के साथ मिलकर सफाई की। साथ ही गंगा तट पर मंत्रियों के साथ श्रमदान किया। सीएम ने अन्य मंत्रियों के साथ सफाई कर्मचारियों के साथ लंच किया।
मुख्यमंत्री योगी ने भोजन के बाद महाकुंभ में काम करने वाले प्रत्येक स्वच्छता कर्मी के लिए 10,000 रुपये अतिरिक्त बोनस देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वच्छताकर्मियों को भुगतान के लिए एक कॉरपोरेशन गठित किया जाएगा। यह अप्रैल माह से प्रत्येक स्वच्छता कर्मी को 16,000 रुपये प्रतिमाह सैलरी का भुगतान करेगा।
उन्होंने कहा, "न्यूनतम मजदूरी से केवल सफाईकर्मियों को नही, बल्कि स्वास्थ्य कर्मियों को भी इस व्यवस्था से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी और अन्य कर्मचारियों को पांच लाख रुपये तक की स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जाएगा।"
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने स्वच्छता और स्वास्थ्य कर्मियों के सम्मान के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, "महाकुंभ में 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु आए, जिसमें अपहरण, लूट, छेड़छाड़ और दुष्कर्म की कोई घटना नहीं हुई।"
सीएम योगी ने कहा, "कोई ऐसी घटना नहीं हुई जो विरोधियों को दूरबीन और माइक्रोस्कोप लगाकर भी ढूंढने से मिल सके। विरोधियों ने दुष्प्रचार का कोई मौका चूका नहीं। जिन्हें यह आस्था का महासमागम अच्छा नहीं लगा। उन्होंने कोई मौका नहीं चूका।" मुख्यमंत्री ने कहा, "मौनी अमावस्या पर आठ करोड़ श्रद्धालु यहां पर थे। हमारी प्राथमिकता थी कि इन श्रद्धालुओं को सकुशल स्नान कराके उन्हें उनके गंतव्यों तक पहुंचाया जाए। लेकिन विरोधी और विपक्षी लगातार दुष्प्रचार कर रहे थे और अपमानित करने की भाषा का उपयोग कर रहे थे।"
उन्होंने कहा, "कोई काहिरा की घटना का दृश्य दिखाकर प्रयागराज को बदनाम कर रहा था। मौनी अमावस्या पर 28-29 जनवरी की रात को दुखद घटना घटित हुई थी। उन सभी लोगों के परिजनों के प्रति हमारी संवेदना है। लेकिन काहिरा और काठमांडू की घटना को प्रयागराज से जोड़कर बदनाम करने की साजिशें हो रही थीं।" मुख्यमंत्री ने कहा, "मुझे लगता है कि जनता जनार्दन ने एक सिरे से इन्हें खारिज करके प्रयागराज महाकुंभ में आकर यह साबित किया कि तुम्हारे दुष्प्रचार में नहीं आएंगे।"
सीएम योगी ने कहा, "सरकार के सभी विभागों ने स्वास्थ्य, सुरक्षा, सिंचाई विभाग, जलापूर्ति, परिवार कल्याण विभाग के कर्मचारियों ने इस आयोजन को अपने घर का आयोजन बनाकर इसे भव्य और सफल बनाने का काम किया और तभी इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस आयोजन का हिस्सा बन सके।" उन्होंने कहा कि महर्षि वेद व्यास ने 5,000 साल पहले कहा था कि धर्म के मार्ग पर चलो तो इससे अर्थ और मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। प्रयागराज के वासियों ने वेद व्यास की इस वाणी को सत्य साबित किया।
उन्होंने कहा, "प्रयागराज नगर निगम में शिवालय पार्क बनाया और उसमें किए गए निवेश से कई गुना अधिक मुनाफा कमाया। यह आयोजन संपन्न हुआ और अब स्वच्छता को नए शिखर पर ले जाना है। मैंने आज स्वच्छता अभियान शुरू किया और चाहूंगा सभी इसमें शामिल हों और अगले 15 दिन जी जान से इसमें जुटना पड़ेगा और मेला क्षेत्र को साफ करना पड़ेगा।"
'पहले की सरकारों ने आस्था का सम्मान नहीं दिया'
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, "पहले की सरकारों ने भारत की आस्था को सम्मान और महत्व नहीं दिया। क्या प्रयागराज, क्या काशी, क्या अयोध्या, क्या मथुरा वृंदावन, क्या चित्रकूट। इन स्थानों पर आस्था और अर्थ का जो आधार बना है, वह अद्भुत है। हम प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करते हैं जिन्होंने भारत को एक नई राह दिखाई है।"
योगी आदित्यनाथ ने कहा, "महाकुंभ के दौरान काशी विश्वनाथ और विंध्यवासिनी का एक सर्किट बना तो अयोध्या और गोरखपुर का दूसरा सर्किट बना। वहीं प्रयागराज से श्रृंग्वेरपुर होते हुए लखनऊ और नैमिषारण्य का तीसरा सर्किट। चौथा सर्किट बना प्रयागराज से लालापुर-राजापुर और चित्रकूट का। पांचवा सर्किट बना प्रयागराज से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से वृंदावन का।"
केंद्र ने दिया महत्वपूर्ण योगदान
सीएम योगी ने कहा कि भारत सरकार के विभागों ने महाकुंभ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। साथ ही प्रयागराज के वासियों ने इस आयोजन को अपने घर का आयोजन माना। उत्तर प्रदेश के लोगों ने हर जगह श्रद्धालुओं और पूज्य संतों का स्वागत अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में स्वच्छता कर्मियों को सम्मानित करते हुए उन्हें किट और बीमा प्रमाण पत्र प्रदान किया। साथ ही उन्होंने पर्यटन विभाग द्वारा महाकुंभ पर तैयार कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, जल शक्ति मंत्री और प्रभारी मंत्री (प्रयागराज) स्वतंत्रदेव सिंह, नगर विकास मंत्री ए के शर्मा, मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, परिवहन मंत्री दयाशंकर आदि मौजूद थे। सीएम योगी ने सफाई कर्मचारियों के साथ भोजन किया। इस दौरान सभी मंत्री और अधिकारी मौजूद थे।