शादी और ट्रेडिशनल कपड़ों की दुनिया में ‘मान्यवर’ आज एक ऐसा नाम है, जिस पर हर कोई भरोसा करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस ब्रांड की शुरुआत महज 10,000 रुपये से हुई थी? साधारण परिवार से निकले रवि मोदी ने अपनी सोच, साहस और रणनीति से इस छोटे निवेश को अरबों के साम्राज्य में बदल दिया।
पिता की दुकान से निकली नई सोच
कंपनी के मालिक रवि मोदी कम उम्र में ही अपने पिता की कपड़ों की दुकान पर जाते थे। वहीं से उन्हें कारोबार की बारीकियों की समझ आई। उस दौरान उन्हें एक आइडिया आया, क्यों न दुकान पर कुर्तों की सेल की जाए? लेकिन उनके पिता ने इस बात को नकार दिया।
पिता से सहमति न मिलने पर रवि मोदी ने अलग रास्ता चुना। उन्होंने सिर्फ 10,000 रुपये की कैपिटल से मान्यवर की नींव रखी। शुरुआत में उन्होंने खुद की दुकान नहीं खोली, बल्कि बिग बाजार जैसे बड़े स्टोर्स को मनाया कि वे उनके कपड़े बेचें। यह रणनीति सफल रही और तीन साल में ही मोदी ने करीब 4 करोड़ रुपये की कमाई कर ली।
शुरुआती सफलता के बाद रवि मोदी को एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा। जिन कंपनियों को वे कपड़े बेच रहे थे, वे ग्राहकों की बदलती पसंद का डेटा शेयर नहीं करती थीं। ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि कौन-सा डिजाइन पसंद किया जा रहा है और कौन-सा नहीं।
एक्सक्लूसिव स्टोर्स से मिली उड़ान
इस समस्या को हल करने के लिए मोदी ने एक्सक्लूसिव मान्यवर स्टोर्स खोले। यहां से उन्हें राज्य, शहर और यहां तक कि पिन कोड स्तर पर भी ग्राहक की पसंद-नापसंद की जानकारी मिलने लगी। इसका असर यह हुआ कि कंपनी तेजी से बढ़ी और भारतीय रिटेल सेक्टर की दिग्गज बन गई। रवि मोदी ने हमेशा अपने बिज़नेस में चार बातों को अहमियत दी। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल, पारदर्शिता, दक्षता और सभी हितधारकों की बढ़ोतरीष साझा वृद्धि। यही उनकी सफलता का आधार बने।
अंतरराष्ट्रीय पहुंच और अरबों की नेटवर्थ
2002 में रवि मोदी ने अपने बेटे के नाम पर वेदांत फैशन की स्थापना की। आज कंपनी के भारत में 660 से ज्यादा स्टोर हैं और विदेशों में 17 स्टोर जैसे कनाडा, अमेरिका और यूएई में। 2022 में उन्होंने कंपनी को स्टॉक मार्केट में लिस्ट कराया, लेकिन मीडिया से दूर रहने वाले रवि मोदी लिस्टिंग सेरेमनी में शामिल नहीं हुए। 2023 में उन्होंने अपनी 10% हिस्सेदारी बेचकर पब्लिक होल्डिंग 25% तक बढ़ाई।
आज रवि मोदी की नेटवर्थ करीब $2.1 बिलियन यानी करीब 17,000 करोड़ से ज्यादा है। फोर्ब्स की 2024 की लिस्ट में भारत के 96वें सबसे अमीर व्यक्ति बने। उनकी यह यात्रा साबित करती है कि सही सोच, साहस और रणनीति से छोटी पूंजी भी बड़े सपनों को हकीकत बना सकती है।