Meme coins crash: मीम कॉइन्स 2025 में अपने सबसे निचले मार्केट कैप स्तर पर पहुंच गए हैं। इससे साफ पता चलता है कि निवेशकों की दिलचस्पी इस सेगमेंट में तेजी से कम हुई है। डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग वॉल्यूम भी सालाना आधार पर करीब 70% गिर गया है। यह भी मीम टोकन्स को लेकर ठंडे पड़ चुके सेंटीमेंट का संकेत देता है।
निवेशक बड़े क्रिप्टो की ओर शिफ्ट
इस साल निवेशकों ने अपना ध्यान और पैसा ज्यादातर बड़े, भरोसेमंद और पहले से स्थापित ‘ब्लू-चिप’ क्रिप्टोकरेंसी की तरफ लगाया। इसमें संस्थागत, रिटेल और कॉरपोरेट- तीनों तरह के निवेशक शामिल रहे।
इसका असर यह हुआ कि मीम कॉइन्स जैसी बेहद सट्टा और अस्थिर एसेट्स से पैसा तेजी से बाहर निकल गया। साथ ही, बाजार में चल रही नई टेक्नोलॉजी की लहर के कारण कुछ निवेश AI-फोकस्ड क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स की तरफ भी शिफ्ट हो गए।
मीम कॉइन्स वे क्रिप्टोकरेंसी हैं जो इंटरनेट मीम, पॉप कल्चर और वायरल सोशल मीडिया ट्रेंड्स से प्रेरित होकर बनाई जाती हैं। इनमें न तो किसी असली प्रोजेक्ट या तकनीक का मजबूत इस्तेमाल होता है और न ही किसी संपत्ति का बैकअप। क्योंकि इनकी वैल्यू ज्यादातर हाइप और सोशल मीडिया सेंटीमेंट पर निर्भर करती है, इसलिए इन्हें बहुत सट्टा और जोखिम भरा माना जाता है।
इस साल मीम टोकन्स को तगड़ा झटका लगा। Dogecoin करीब 56% टूटा, SHIB 62% गिरा। वहीं, PEPE और FartCoin जैसे लोकप्रिय टोकन्स 79-80% तक फिसल गए। PNut सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जिसकी वैल्यू 88% तक ध्वस्त हो गई।
कमजोर बाजार के बावजूद कुछ छोटे टोकन्स ने हैरानी भरी बढ़त दिखाई। Useless ने 19% की बढ़त दर्ज की, Giggle 22% ऊपर गया और Trump Coin लगभग 49% तक उछल गया। यानी पूरे सेगमेंट के दबाव में होने के बावजूद कुछ चुनिंदा टोकन्स ने उल्टा रुझान दिखाया।
सट्टेबाजी खत्म, मांग सीमित
कुल मिलाकर बात यह है कि मीम कॉइन मार्केट का जोश अब लगभग खत्म हो चुका है। पहले जहां लोग सिर्फ मजे या उम्मीद में इन टोकन्स पर पैसे लगा देते थे, अब वैसा उत्साह दिखाई नहीं देता। ट्रेडिंग वॉल्यूम में भारी गिरावट बताती है कि निवेशक अब बिना आधार वाले, सिर्फ सोशल मीडिया ट्रेंड पर चलने वाले कॉइन्स में पैसा नहीं झोंक रहे।
अब मांग केवल उन चंद टोकन्स में रह गई है जिन्हें या तो किसी खास कम्युनिटी का सपोर्ट है। इनमें हाल ही में कोई छोटी-सी पॉजिटिव हलचल दिखी है। यानी बाजार का बड़ा हिस्सा ठंडा पड़ गया है और केवल कुछ छोटे पॉकेट्स ही बचे हैं जहां लोग अब भी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।