Get App

Motor insurance : क्या पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिलाने से आपके कार बीमा प्रीमियम पर पड़ेगा असर ?

Motor insurance : फिलहाल, E20 ईंधन का मोटर बीमा प्रीमियम पर कोई असर नहीं दिख रहा है। इंश्योरेंस प्रीमियम, पिछले क्लेम के इतिहास, वाहन के प्रकार और स्थान जैसे फैक्टर्स से जुड़े होते हैं। ईंधन के प्रकार से इसका कोई संबंध नहीं होता

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 25, 2025 पर 11:52 AM
Motor insurance : क्या पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिलाने से आपके कार बीमा प्रीमियम पर पड़ेगा असर ?
इथेनॉल लोअर-ब्लेंड वाले ईंधनों की तुलना में थोड़ा ज़्यादा कोरोसिव होता है। लेकिन मजूमदार बताते हैं कि ऐसे प्रभाव आमतौर पर 10-15 साल के इस्तेमाल के बाद ही दिखाई देते हैं

Motor insurance : सरकार लगातार पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों के इस्तेमाल को प्रोत्साहन दे रही है। भारत में E20 ईंधन पर फोकस बना हुआ है। E20 ईंधन 20 फीसदी इथेनॉल और 80 फीसदी पेट्रोल का मिश्रण होता है। E20 ईंधन के इस्तेमाल का उद्देश्य उत्सर्जन में कमी लाना और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करना है। हालांकि, वाहन मालिकों की चिंता यह है कि क्या इसके कारण मोटर बीमा प्रीमियम और खासकर पुराने वाहनों के प्रीमियम बढ़ सकते हैं?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसका उत्तर है - कम से कम अभी तक तो नहीं।

बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस के मोटर डिस्ट्रिब्यूशन हेड सुभाशीष मजूमदार ने कहा "E20-कम्प्लायंट इंजन 20 फीसदी इथेनॉल और 80 फीसदी गैसोलीन मिले ईंधन पर चलने के लिए डिजाइन किए गए हैं, जो ग्रीन एनर्जी के इस्तेमाल और बेहतर पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।"

उन्होंने आगे कहा " इंश्योरेंस प्रीमियम, पिछले क्लेम के इतिहास, वाहन के प्रकार और स्थान जैसे फैक्टर्स से जुड़े होते हैं। ईंधन के प्रकार से इसका कोई संबंध नहीं होता। वर्तमान में, ऐसा कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है जिससे यह सिद्ध होता हो कि E20 ईंधन के इस्तेमाल से इन रिस्क फैक्टरों में कोई खास बढ़त या कमी होती है। इसलिए, E20 या पारंपरिक ईंधन का इस्तेमाल करने वाले वाहनों के लिए मोटर बीमा प्रीमियम पर ईंधन के प्रकार का कोई असर नहीं होता।"

सब समाचार

+ और भी पढ़ें