National Pet Day 2024: हर साल 11 अप्रैल को नेशनल पेट डे मनाया जाता है। अगर पेट्स में आपकी दिलचस्पी है तो आपके लिए जानना जरूरी है कि पिछले कुछ सालों में पेट्स की दुनिया कितनी बदल गई है। लोग पेट्स को घर के सदस्य की तरह व्यवहार करते हैं। उन्हें खुश रखने की कोशिश करते हैं। उनके स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान देते हैं। इंश्योरेंस कंपनियों ने पेट लवर्स की जरूरतों को देखते हुए पेट्स के लिए कई पॉलिसी पेश की हैं। आइए जानते हैं इन पॉलिसी की क्या खासियत है और इनमें क्या-क्या कवर होता है।
सिंगल पॉलिसी में 5 पेट्स तक के लिए कवर
HDFC ERGO ने Paws & Claws नाम से एक नया सॉल्यूशन पेश किया है। यह कम्प्रीहेंसिव इंश्योरंस प्लान है। इसे खासकर पेट डॉग्स और कैट्स के लिए बनाया गया है। यह पॉलिसी डाग्नॉस्टिक प्रोसिजर से लेकर मेडिकेशंस तक कवर करती है। एक सिंगल पॉलिसी में 5 पेट्स तक के लिए कवर मिल जाता है। इस पॉलिसी को 7 साल तक रिन्यू कराया जा सकता है। यह पॉलिसी छह महीने से लेकर 5 साल तक उम्र के पेट्स को कवर करती है।
ओपीडी एक्सपेंसेज भी कवर होता है
एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस के प्रेसिडेंट (रिटेल बिजनेस) पार्थनिल घोष ने बताया कि पेट इंश्योरेंस उन पेट ओनर्स के लिए सुटेबल है जो दिमागी शांति चाहते हैं। उनके पेट के मेडिकल एक्सपेंसेज का बीमा कवर उन्हें यह दिमागी शांति देती है। डिजिट जनरल इंश्योरेंस के सीएमओ और डायरेक्ट सेल्स के हेड विवेक चतुर्वेदी ने कहा कि पेट को स्किन इंफेक्शंस, सांस लेने में दिक्कत, वायरस या बैक्टीरिया से इंफेक्शन जैसी प्रॉब्लमहो सकती हैं। इस तरह की बीमारियों के इलाज पर आने वाला ओपीडी खर्च इंश्योरेस में कवर हो जाता है।
मार्केट में नॉन-हेल्थ कवर भी उपलब्ध
हेल्थ इंश्योरेंस कवर के अलावा नॉन-हेल्थ कवर भी उपलब्ध है। यह थर्ड पार्टी लायबिलिटी कवर होता है। इसके तहत पेट के मालिक को किसी थर्ड पार्टी क्लेम की स्थिति में नुकसान की भरपाई की जाती है। उदाहरण के लिए अगर आपका कुत्ता किसी दूसरे को नुकसान पहुंचाता है या घायल कर देता है तो ऐसे दावों के पेमेंट में यह पॉलिसी मदद करती है। कई बार पेट्स की वजह से किसी बाहरी व्यक्ति को नुकसान हो जाता है। वह इसके लिए दावा पेश करता है।
चतुर्वेदी ने बताया कि पेट इंश्योरेंस में सम इनश्योर्ड संबंधित शहर में हेल्थकेयर एक्सपेंसेज और पेट की उम्र पर निर्भर करता है। आम तौर पर पेट ओनर्स 40,000 रुपये से 1.5 लाख रुपये तक का कवर लेते हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि पेट इंश्योरेंस का प्रीमियम कई बातों पर निर्भर करता है। इनमें पेट की किस्म, उम्र, ब्रीड आदि शामिल हैं।
पॉलिसीबाजार डॉट कॉम में जनरल इंश्योरेंस के चीफ बिजनेस अफसर तरूण माथुर ने कहा कि पिछले कुछ सालों में लोगों में अपने पेट का इंश्योरेंस कराने में दिलचस्पी बढ़ी है। इसकी बड़ी वजह यह है कि पेट इंश्योरेंस का प्रीमियम ज्यादा नहीं है। उदाहरण के लिए 25,000 रुपये का लंबी अवधि के कवर के लिए आपको सिर्फ 1,284 रुपये का प्रीमियम चुकाना होता है। इस कवर में कई कैटेगरी के 7 साल उम्र तक के पेट कवर हो जाते हैं।
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