Onion Price: प्याज की कीमतें एक बार फिर बढ़ने लगी है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्याज की रिटेल कीमतें 25 से 50 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं। प्याज अपनी क्वालिटी के आधार पर 50-70 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है। यहां तक कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) की सहायक कंपनी मदर डेयरी ने भी अपने रिटेल दुकानों पर कीमतें बढ़ा दी हैं। कीमतों में बढ़ोतरी 10 दिवसीय नवरात्र उत्सव से शुरू हो गई थी।
प्याज की कीमतें एक बार फिर बढ़ रही हैं, जिससे घरेलू खर्च बढ़ने और संभावित मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। 25 अक्टूबर तक के सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि प्याज की अधिकतम रिटेल कीमत लगभग 70 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गई है, और यह बढ़ोतरी दिसंबर तक जारी रहने की उम्मीद है जब खरीफ की फसल बाजार में आ जाएगी।
26 अक्टूबर तक प्याज की औसत थोक कीमत 3,112.6 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है, जो 1 अक्टूबर के 2,506.62 रुपये प्रति क्विंटल से काफी अधिक है। मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र में लासलगांव में थोक रेट पिछले दो हफ्तों में लगभग 60 प्रतिशत बढ़ गया है। देश के कई हिस्सों में प्याज 50 फीसदी तक बढ़ी है।
अहमदनगर जिले के प्याज व्यापारियों के संघ के मुताबिक अहमदनगर बाजार में प्याज की औसत कीमत लगभग दस दिन पहले 35 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 45 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। कीमतों में बढ़ोतरी तब हुई है जब केंद्र सरकार ने बढ़ती मांग और उत्पादन में देरी से निपटने के लिए अगस्त में प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाया था।
इसने बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ लिमिटेड (NAFED) ने खरीदे गए प्याज को थोक बाजारों से कम दरों पर बेचना भी शुरू कर दिया था। हालांकि, त्योहारी सीजन के दौरान मांग बढ़ने और घटते स्टॉक के कारण प्याज की कीमतें बढ़ गई हैं।