क्या आपके फोन पर कम इंटरेस्ट रेट पर पर्सनल लोन के ऑफर आते हैं? अगर हां तो ऐसे ऑफर का इस्तेमाल करने से पहले आपको कुछ खास बातें जान लेने की जरूरत है। कई बार 10-11 फीसदी इंटरेस्ट रेट देखने के बाद ग्राहक को इस ऑफर का फायदा उठाने के बारे में सोचने लगता है। लेकिन, गहराई में जाने पर आपको पता चलता है कि पर्सनल लोन का यह ऑफर काफी महंगा है।
इंटरेस्ट रेट 1-2 फीसदी भी बढ़ने पर जेब पर बड़ा असर डालता है
इसे एक उदाहरण की मदद से समझा जा सकता है। मान लीजिए आप 5 लाख का पर्सनल लोन तीन साल के लिए लेते हैं, जिसका इंटरेस्ट रेट 11 फीसदी है। आपको जानकार हैरानी होगी कि तीन साल में इस लोन पर आप करीब 89,296 रुपये बतौर इंटरेस्ट चुकाते हैं। इंटरेस्ट रेट 13 फीसदी होने पर यह खर्च बढ़कर 1,06,491 रुपये हो जाता है। इसका मतलब है कि इंटरेस्ट रेट सिर्फ 2 फीसदी बढ़ने पर इंटरेस्ट के रूप में आप 17,195 रुपये ज्यादा चुकाते हैं।
ज्यादातर बैंक प्रोसेसिंग चार्ज ग्राहक से अपफ्रंट वसूलते हैं
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पर्सनल लोन लेने में ग्राहक सिर्फ उसके इंटरेस्ट रेट के बारे में सोचता है। वह प्रोसेसिंग फीस और प्रीपेमेंट फीस जैसे दूसरे चार्जेज के बारे में नहीं सोचता है। ज्यादातर बैंक या एनबीएफसी पर्सनल लोन पर ग्राहक से प्रोसेसिंग फीस वसूलती हैं। यह पैसा अपफ्रंट वसूला जाता है। इसका मतलब है कि बैंक या एनबीएफसी यह पैसा काटने के बाद लोन का पैसा आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करती हैं। अगर आप तय समय से पहले पैसा चुकाकर लोन बंद कराना चाहते हैं तो आपको प्रीपेमेंट चार्ज देना पड़ता है।
ग्राहक के क्रेडिट प्रोफाइल को देखने के बाद तय होता है इंटरेस्ट
बैंक या एनबीएफसी पर्सनल लोन देने से पहले ग्राहक की क्रेडिट प्रोफाइल को देखते हैं। इसमें उसका क्रेडिट स्कोर, एंप्लॉयमेंट का ट्रैक रिकॉर्ड और क्रेडिट हिस्ट्री शामिल होती है। अगर ये तीनों चीजें अच्छी हैं तो फिर ग्राहक को कम इंटरेस्ट रेट पर लोन मिल सकता है। अगर इन तीनों पैमानों पर ग्राहक खरा नहीं उतरता है तो बैंक उसे ज्यादा इंटरेस्ट रेट पर लोन ऑफर करते हैं। कई बार व्यक्ति को अचानक पैसे की जरूरत होती है, जिससे वह लोन के ऑफर को हां कर देता है। फिर बैंक उसकी मजबूरी का फायदा उठाते हैं।
पर्सनल लोन के ऑफर को हां करने से पहले ये चीजें पूछ लें
अगली बार पर्सनल लोन के ऑफर को हां कहने से पहले आपको कुछ चीजों के बारे में स्थिति स्पष्ट कर लेना चाहिए। आपको बैंक से यह पूछना चाहिए कि लोन पर उसका प्रोसेसिंग चार्ज कितना है। दूसरा, अगर आप लोन तय समय से पहले चुका देना चाहते हैं तो आपको कितनी पेनाल्टी चुकानी होगी। आप बैंक से प्रोसेसिंग चार्ज से छूट की मांग भी कर सकते हैं। कई बार अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री वाले ग्राहकों को प्रोसेसिंग चार्ज से छूट दे देते हैं।