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Personal Loan: झट से मिल जाएगा पर्सनल लोन, करना होगा सिर्फ इन 4 टिप्स का इस्तेमाल

अचानक पैसे की जरूरत पड़ने पर कई लोग दोस्त और रिश्तेदार से पैसे उधार मांगने में संकोच करते हैं। ऐसे लोगों के लिए पर्सनल लोन काफी मददगार होता है। पिछले कुछ सालों में फिनटेक कंपनियों के आने से पर्सनल लोन काफी आसान हो गया है

अपडेटेड Sep 24, 2025 पर 7:23 PM
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फिनटेक कंपनियों की जगह बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंकों से पर्सनल लोन लेना सही है।

कई बार अचानक पैसे की जरूरत पड़ जाती है। कई लोग दोस्त और रिश्तेदार से पैसे उधार मांगने में संकोच करते हैं। ऐसे लोगों के लिए पर्सनल लोन काफी मददगार होता है। पिछले कुछ सालों में फिनटेक कंपनियों के आने से पर्सनल लोन काफी आसान हो गया है। ये कंपनियां पर्सनल लोन देने में काफी जल्दबाजी दिखाती है। लेकिन, इनके इंटरेस्ट रेट्स काफी ज्यादा होते हैं। साथ ही लोन के नियम और शर्तें भी उनके पक्ष में झुकी होती हैं। इसलिए ऐसी फिनटेक कंपनियों की जगह बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंकों से पर्सनल लोन लेना सही है। अगर आप बड़े बैंकों और एनबीएफसी से जल्द पर्सनल लोन लेना चाहते हैं तो आपको कुछ टिप्स का ध्यान रखना होगा।

1. अच्छा क्रेडिट स्कोर

आज पर्सनल लोन के लिए सबसे जरूरी शर्त अच्छा क्रेडिट स्कोर है। आपको क्रेडिट स्कोर अच्छा बनाए रखना होगा। समय-समय पर आपको अपना क्रेडिट स्कोर चेक करते रहना होगा। कई बार किसी ऐसी वजह से क्रेडिट स्कोर कम रहता है, जिसके बारे में हमें पता नहीं होता। समय-समय पर क्रेडिट स्कोर चेक करने और अपने लोन, क्रेडिट कार्ड आदि के डेटा के चेक करने से ऐसी गलतियों के बारे में पता चल जाता है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी से शिकायत करने पर वे गलतियों को ठीक कर देती हैं।

2. रेगुलर इनकम


बैंक और एनबीएफसी ऐसे लोगों को पर्सनल लोन देने में दिलचस्पी दिखाती हैं, जिनके पास रेगुलर इनकम के स्रोत होते हैं। वे खासकर नौकरी करने वाले लोगों के लोन के अप्लिकेशन को जल्द एप्रूव कर देते हैं। इसकी वजह यह है कि उन्हें पता होता है कि नौकरी करने वाले व्यक्ति के बैंक अकाउंट में हर महीने के आखिर में सैलरी आती है। इससे उन्हें किश्त चुकाने में दिक्कत नहीं आती है। सेल्फ एंप्लॉयड लोगों की इनकम रेगुलर नहीं होती है। उन्हें किसी महीने कम तो किसी महीने ज्यादा इनकम होती है।

3. लो इनकम-डेट रेशियो

अगर आपका इनकम और डेट रेशियो कम है तो फिर आपको पर्सनल लोन लेने में दिक्कत नहीं आएगी। बैंक और एनबीएफसी ऐसे लोगों को लोन देने में दिलचस्पी दिखाती हैं जिन पर कर्ज का बोझ ज्यादा नहीं होता है। इसे हम एक उदाहरण से समझ सकते हैं। मान लीजिए किसी व्यक्ति की मंथली सैलरी 1 लाख रुपये है। इसमें से हर महीने 40,000 रुपये लोन की EMI चुकाने पर खर्च हो जाते हैं तो फिर उसका इनकम और डेट के बीच का रेशियो ज्यादा कहा जाएगा।

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4. बैंक से अच्छा रिलेशन

बैंक से अच्छा रिलेशन होना जरूरी है। खासकर किसी एक बैंक से बेहतर रिलेशन होना और भी जरूरी है। अगर आप अपनी हर जरूरत के लिए किसी एक बैंक पर निर्भर हैं तो बैंक इस रिलेशनशिप को काफी वैल्यू देते हैं। बैंक को आपके फाइनेंशियल सिचुएशन की अच्छी समझ होती है। लोन लेकर उसे समय पर चुका देने वाले ग्राहकों में बैंक ज्यादा दिलचस्पी दिखाते है। इसलिए अगर किसी एक बैंक से आपका अच्छा रिलेशन है तो आपको आसानी से लोन मिल जाएगी।

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