Get App

PMS फंड मैनेजर्स ने इन चार सेक्टर में किया है सबसे ज्यादा निवेश, क्या आप करेंगे इनवेस्ट

पीएमएस फंड मैनेजर्स काफी रिसर्च के बाद सेक्टर और स्टॉक्स का चुनाव निवेश के लिए करते हैं। उन पर क्लाइंट्स को ज्यादा रिटर्न देने का दबाव रहता है। उनके पोर्टफोलियो का रिटर्न आम तौर पर स्टॉक मार्केट्स के औसत रिटर्न से ज्यादा होता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 04, 2024 पर 6:10 PM
PMS फंड मैनेजर्स ने इन चार सेक्टर में किया है सबसे ज्यादा निवेश, क्या आप करेंगे इनवेस्ट
फाइनेंशियल सर्विसेज पीएमएस फंड मैनेजर्स के बीच सबसे ज्यादा पंसद किया जाने वाला सेक्टर है।

पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (पीएमएस) के फंड मैनेजर्स उन सेक्टर और स्टॉक्स में निवेश करते हैं जिनके ज्यादा रिटर्न देने की संभावना होती है। मनीकंट्रोल ने कुछ पीएमएस के इनवेस्टमेंट एप्रोच को जानने की कोशिश की है। फाइनेंशियल सर्विसेज पीएमएस फंड मैनेजर्स के बीच सबसे ज्यादा पंसद किया जाने वाला सेक्टर है। इस साल अगस्त के अंत में पीएमएस इंडस्ट्री का करीब 22.6 फीसदी निवेश इस सेक्टर में था। इस सेक्टर के तहत पब्लिक और सरकारी बैंक, एसेट मैनेजमेंट कंपनियां, स्टॉक ब्रेकिंग कंपनियां, इंश्योरेंस और फिनटेक कंपनियां आती हैं।

फाइनेंशियल सर्विसेज

फिसडम के रिसर्च हेड नीरव कारकेरा ने कहा कि मार्जिन कंप्रेशन और क्रेडिट ग्रोथ में सुस्ती बैंकिंग सेक्टर के लिए बड़े चैलेंज हैं। लेकिन, प्राइवेट बैंक, एनबीएफसी और वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियों की ग्रोथ अच्छी रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट बैंकों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। उनकी एसेट क्वालिटी बेहतर हुई है। एनपीए घटा और अच्छी ग्रोथ का फायदा उन्हें मिल रहा है। इसके अलावा कुछ चुनिंदा एनबीएफसी और माइक्रो-फाइनेंस कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा है। खासकर उनका प्रदर्शन अच्छा है, जो उन क्षेत्रों में सेवाएं दे रही हैं, जहां बैंकिंग सेवाएं का अभाव है।

कैपिटल गुड्स

इस सेक्टर में पीएमएस इंडस्ट्री का 12 फीसदी ऐलोकेशन है। यह पीएमएस फंड मैनेजर्स के बीच दूसरा सबसे लोकप्रिय सेक्टर है। गेनिंग ग्राउंड इनवेस्टमेंट सर्विसेज के डायरेक्टर रवि कुमार टीवी ने कहा कि इस सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन और हेवी मशीनरी कंपनियां आती हैं। इन कंपनियों का प्रदर्शन तब अच्छा रहता है जब इकोनॉमी की ग्रोथ अच्छी रहती है। केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का फोकस पूंजीगत खर्च पर रहा है। सरकार देशभर में इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर बनाने पर जोर दे रही है। उसने मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें