Post Office or Bank Recurring Deposit: केंद्र सरकार ने अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही के लिए 5 साल की पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit - RD) योजना पर ब्याज दर 20 आधार अंक यानी 0.20 फीसदी बढ़ा दिया है। सरकार ने इसे बढ़ाकर 6.70 फीसदी कर दिया है। वहीं, रेकरिंग डिपॉजिट पर ब्याज दरें बैंक के आधार पर अलग-अलग होती हैं। यहां पोस्ट ऑफिस की रेकरिंग डिपॉजिट ब्याज दरों और एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे टॉप बैंकों की आरडी (RD) दरों के बीच तुलना की गई है। आइए देखें कि 5 साल की रेकरिंग डिपॉजिट पर सबसे अच्छी ब्याज दर कौन दे रहा है।
पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट (Post Office Recurring Deposit)
पोस्ट ऑफिस आरडी में न्यूनतम 100 रुपये से निवेश किया जा सकता है। सरकार ने अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही के लिए 5 साल की आरडी पर 6.7 फीसदी कर दिया है। ये पहले 6.5 फीसदी था।
एसबीआई रेकरिंग डिपॉजिट (SBI Recurring Deposit)
1 साल से 2 साल से कम पीरियड के लिए एसबीआई (SBI) 5.10 फीसदी ब्याज देता है। 2 साल से 3 साल से कम पीरियड के लिए ब्याज दर 5.20 फीसदी है। 3 साल से 5 साल से कम पीरियड के लिए बैंक 5.45 प्रतिशत की पेशकश करता है। 5 साल से लेकर 10 साल तक के लंबे पीरियड के लिए एसबीआई 5.50 प्रतिशत का ब्याज ऑफर करता है। न्यूनतम जमा पीरियड 12 महीने है और अधिकतम जमा पीरियड 120 महीने है।
आईसीआईसीआई बैंक रेकरिंग डिपॉजिट (ICICI Bank Recurring Deposit)
आईसीआईसीआई बैंक नियमित नागरिकों के लिए 4.75 प्रतिशत से 7.10 प्रतिशत और सीनियर सिटीजन को 5.25 प्रतिशत से 7.50 प्रतिशत तक ब्याज दे रहा है। ये दरें 24 फरवरी 2023 से लागू हैं।
एचडीएफसी बैंक रेकरिंग डिपॉजिट (HDFC Recurring Deposit)
एचडीएफसी बैंक 6 महीने की पीरियड के लिए 4.50 प्रतिशत की ब्याज दे रहा है। 9 महीने, 12 महीने और 15 महीने के लिए दी जाने वाली ब्याज दरें क्रमशः 5.75 प्रतिशत, 6.60 प्रतिशत और 7.10 प्रतिशत हैं। एचडीएफसी बैंक 24 महीने, 27 महीने, 36 महीने, 39 महीने, 48 महीने, 60 महीने, 90 महीने और 120 महीने की पीरियड के लिए 7 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है।
यस बैंक रेकरिंग डिपॉजिट (Yes Bank Recurring Deposit)
यस बैंक 6 महीने से 5 साल या उससे अधिक के पीरियड के लिए 6.10 प्रतिशत से 7.75 प्रतिशत तक ब्याज दे रहा है। रेकरिंग डिपॉजिट को 3 महीने के पीरियड के लिए बुक किया जा सकता है। यानी, 6 महीने, 9 महीने, 12 महीने की पीरियड के लिए आरडी कराई जा सकती है। किश्त न चुकाने पर 1 फीसदी का जुर्माना भी दिया जाता है।