BSE PSU index ने पिछले 9 कारोबारी सत्रों में ब्रॉडर मार्केट की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। इस अवधि में इसमें करीब 10 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। जबकि सेंसेक्स और निफ्टी में इसी अवधि में 7 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इस महीने के शुरुआत से अब PSU इंडेक्स में 7 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। जबकि सेंसेक्स और निफ्टी में 3 फीसदी और 3.6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
अप्रैल के शुरुआत से अब तक भारत डायनमिक में 51 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। जबकि कि MRPL में 40 फीसदी की, Mazagon Dock Shipbuilders में 31 फीसदी, NHPC में 22 फीसदी, NLC India में 22 फीसदी, Mishra Dhatu Nigam Ltd में 21 फीसदी MMTC में 20 फीसदी और NTPC में 19 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
इसी तरह ये दौरान Bharat Electronics, Rashtriya Chemicals & Fertilizer,Cochin Shipyard, Hindustan Aeronautics,Shipping Corp Of India, HUDCO, Indian Oil Corp,Hindustan Copper,Gail India, HPCL, Coal India और ONGC जैसी कुछ सरकारी कंपनियों के शेयरों में 9-20 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।
रूस-यूक्रेन वॉर शुरू होने के बाद 9 कारोबारी सत्रों में से 8 कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट देखने को मिली है। महंगाई से निपटने के लिए यूएस फेड के रूख में आ रही कड़ाई और इन्फोसिस और HDFC के कमजोर नतीजों ने मार्केट सेंटीमेंट पर अपना असर दिखाया है।
मार्केट एनालिस्ट का कहना है कि PSU बैंक इंडेक्स फाइनेंस, ऑयल एंड गैस, पॉवर और मेटल कंपनियों से मिलकर बना है। जिनका वेटेज 85 फीसदी से ज्यादा है। PSU बैंक इंडेक्स में अब तक के सबसे बड़े लूजर आई टी सेक्टर की कोई भी कंपनी शामिल नहीं है। यह भी PSU बैंक में मजबूती की एक वजह है।
HDFC सिक्योरिटीज के दीपक जसानी का कहना है कि चौथी तिमाही के नतीजे मजबूत रहने की उम्मीद, कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते मेटल और ऑयल और गैस सेक्टर की कंपनियों के मजबूत प्रदर्शन और गर्मियों के मौसम में पॉवर के बढ़ते डिमांड के चलते PSU स्टॉक में तेजी आई है।
देश में गर्मी बढ़ने के साथ ही अप्रैल से ही पॉवर की डिमांड बढ़ रही है। जिसका फायदा NTPC,पॉवर कॉर्पोरेशन जैसी कंपनियों को मिला है। इनमें 19 फीसदी और 5 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। नेचुरल गैस की कीमतों में बढ़त के चलते गैस शेयरों में तेजी आई है। वहीं रूस द्वारा भारत को कम कीमत पर कच्चा तेल देने के प्रस्ताव के चलते ऑयल स्टॉक भागे हैं।
च्वॉइस ब्रोकिंग के ओमकार मिस्त्री का कहना है कि पॉवर की डिमांड सप्लाई से ज्यादा होने, कोयले की आपूर्ति में कमी आने, रूस और यूक्रेन की लड़ाई के लंबा खिंचने के साथ ही उम्मीद है कि एनर्जी कीमतों में नियर टर्म में तेजी बनी रहेगी जिसका फायदा एनर्जी और कमोडिटी से जुड़े शेयरों को मिलेगा।