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Waitlist Ticket Rule: रेलवे ने वेटिंग टिकट का बदला नियम, अब कन्फर्म यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत

Waitlist Ticket Rule: रेलवे ने लंबी दूरी की ट्रेनों में वेटिंग टिकट की सीमा तय कर दी है। इससे भीड़ घटेगी, कन्फर्म यात्रियों को राहत मिलेगी और प्लेटफॉर्म पर अफरातफरी कम होगी।

Suneel Kumarअपडेटेड Jun 20, 2025 पर 9:01 PM
Waitlist Ticket Rule: रेलवे ने वेटिंग टिकट का बदला नियम, अब कन्फर्म यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत
नए नियम से रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को भी राहत मिलने की उम्मीद है।

Waitlist Ticket Rule: भारतीय रेलवे ने लंबी दूरी की ट्रेनों में वेटिंग टिकटों की अधिकतम सीमा तय करने का बड़ा फैसला लिया है। यह बदलाव 16 जून 2025 से प्रभावी हो गया है। रेलवे बोर्ड के नए निर्देशों के तहत अब स्लीपर, थर्ड एसी (3AC), सेकंड एसी (2AC) और फर्स्ट एसी (1AC) कोच में वेटिंग टिकट की सीमा कुल बर्थ की 25% तक सीमित कर दी गई है।

रेलवे बोर्ड ने यह कदम देशभर के स्टेशनों पर बढ़ती भीड़ और ट्रेनों में अव्यवस्था को नियंत्रित करने के उद्देश्य से उठाया है। अब यह कोटा केवल ट्रेन के शुरुआती स्टेशन पर ही नहीं, बल्कि बीच के स्टेशनों पर भी लागू होगा, जहां से यात्री लंबी दूरी की ट्रेनों में चढ़ते हैं।

अब तक क्या होता था?

अब तक वेटिंग टिकट की संख्या रेलवे के जोन के अनुसार अलग-अलग होती थी। सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे जैसे जोन में वेटिंग टिकट कुल सीटों के 20-40% तक जारी किए जाते थे। कई बार यह आंकड़ा 500 से 700 वेटिंग टिकट तक पहुंच जाता था, जिससे ट्रेन में चढ़ने के लिए अफरातफरी और झगड़े जैसी स्थिति बनती थी।

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