Retirement Planning: बड़ा रिटायरमेंट फंड तैयार करने के लिए वीपीएफ का कर सकते हैं इस्तेमाल, जानिए क्या है VPF

सिर्फ प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोग वीपीएफ का फायदा उठा सकते हैं। चूंकि, वीपीएफ में कंट्रिब्यूशन हर महीने एंप्लॉयी की सैलरी से अपने आप होता है, जिससे इसके लिए आपको अलग से किसी तरह की कोशिश नहीं करनी पड़ती है

अपडेटेड Nov 06, 2025 पर 9:28 PM
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वीपीएफ की खास बात यह है कि इस पर भी उतना ही इंटरेस्ट रेट लागू होता है जितना ईपीएफ का होता है।

बड़ा रिटायरमेंट फंड तैयार करने में वीपीएफ काफी मददगार साबित हो सकता है। अगर आप प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करते हैं और ईपीएफओ के दायरे में आते हैं तो आप वीपीएफ की सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं। वीपीएफ क्या है, इसके फायदे क्या है और यह कैसे काम करता है? आइए इन सवालों के जवाब जानते हैं।

ईपीएफ में कंट्रिब्यूट करने वाला व्यक्ति वीपीएफ का लाभ उठा सकता है

प्राइवेट नौकरी करने वाले लोग EPFO के दायरे में आते हैं। हर महीने उनकी सैलरी का एक हिस्सा (बेसिक प्लस डीए) उनके ईपीएफ अकाउंट में जमा होता है। एंप्लॉयर भी उतना ही पैसा एंप्लॉयी के ईपीएफ अकाउंट में हर महीने कंट्रिब्यूट करता है। कोई एंप्लॉयीज अगर ईपीएफ में कंट्रिब्यूशन बढ़ाना चाहता है तो वह VPF के जरिए कर सकता है। वीपीएफ का मतलब वॉलेंटरी प्रोविडेंड फंड होता है।


वीपीएफ में जमा पैसे पर ईपीएफ जितना इंटरेस्ट मिलता है

ईपीएफ में जमा पैसे पर सालाना इंटरेस्ट मिलता है। सरकार यह इंटरेस्ट तय करती है। FY2024-25 में यह इंटरेस्ट 8.25 फीसदी है। वीपीएफ की खास बात यह है कि इस पर भी उतना ही इंटरेस्ट रेट लागू होता है जितना ईपीएफ का होता है। अगर आप वीपीएफ के जरिए हर महीने ईपीएफ अकाउंट में ज्यादा कंट्रिब्यूशन करते हैं तो इससे रिटायरमेंट के वक्त आपके लिए बड़ा फंड तैयार हो सकता है।

सैलरी से हर महीने पैसा अपने आप वीपीएफ में जमा हो जाता है

यह बात ध्यान में रखने वाली है कि सिर्फ प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोग वीपीएफ का फायदा उठा सकते हैं। चूंकि, वीपीएफ में कंट्रिब्यूशन हर महीने एंप्लॉयी की सैलरी से अपने आप होता है, जिससे इसके लिए आपको अलग से किसी तरह की कोशिश नहीं करनी पड़ती है। इस तरह से वीपीएफ में निवेश करना काफी आसान है। प्राइवेट कंपनियां अपने एंप्लॉयी को ऑनलाइन वीपीएफ में कंट्रिब्यूशन शुरू करने की सुविधा देती हैं।

एक सीमा तक निवेश करने पर इंटरेस्ट पर टैक्स नहीं

वीपीएफ की खास बात यह है कि इस पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन का फायदा मिलता है। इस पर मिलने वाला इंटरेस्ट टैक्स-फ्री होता है। हालांकि, इसके लिए शर्त यह है कि एक वित्त वर्ष में ईपीएफ और वीपीएफ में आपका कंट्रिब्यूशन 2.5 लाख रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्राइवेट नौकरी करने वाले लोग ईपीएफ का लाभ उठा सकते हैं। इसकी वजह यह है कि इस पर इंटरेस्ट रेट बैंक एफडी के इंटरेस्ट रेट से काफी ज्यादा है।

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रिटायरमेंट पर बड़ा फंड तैयार करने में मददगार

एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो लोग इनवेस्टमेंट में किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं, उनके लिए वीपीएफ बड़ा रिटायरमेंट फंड तैयार करने का आसान रास्ता है। लंबी अवधि में वीपीएफ में कंट्रिब्यूट करने पर रिटारमेंट तक आप आसानी से बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।

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