रोहित सिंह प्राइवेट नौकरी करते हैं। रिटायरमेंट पर उन्हें ईपीएफ और ग्रैच्युटी आदि मिलाकर 50 लाख रुपये मिलने वाले हैं। रिटायरमेंट करीब आने पर वह हर महीने के अपने खर्च को लेकर चिंतित हैं। रिटायरमेंट के बाद हर महीने बैंक अकाउंट में आने वाली सैलरी बंद हो जाएगी। ईपीएस से पेंशन आएगी, लेकिन वह पूरे महीने के खर्च के लिए पर्याप्त नहीं होगी। सिंह रिटायरमेंट का पैसा शेयरों और म्यूचुअल फंडों में नहीं लगाना चाहते। सवाल है कि उन्हें रेगुलर इनकम के लिए इस पैसे का कहां निवेश करना चाहिए?