Silver Price Outlook: चांदी में नरमी खरीदारी का मौका? ब्रोकरेज का अनुमान- जल्द लौट सकती है तेजी, ₹1.90 लाख तक जाएगा भाव
Silver Price Outlook:चांदी की हालिया गिरावट को ब्रोकरेज Emkay Wealth Management अस्थायी मान रहा है। ब्रोकरेज का अनुमान है कि कीमतें फिर तेजी पकड़कर ₹1.90 लाख प्रति किलो तक पहुंच सकती हैं। जानिए Emkay चांदी पर इतना बुलिश क्यों है और किस वजह से कीमतों में दोबारा तेजी आ सकती है।
पिछले तीन सालों में Silver ETFs और Silver FoFs ने फिजिकल चांदी की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।
Silver Price Outlook: पिछले कुछ समय से चांदी की कीमतों में नरमी देखने को मिल रही है। हालांकि, ब्रोकरेज फर्म Emkay Wealth Management का कहना है कि चांदी में हालिया गिरावट सिर्फ शॉर्ट टर्म करेक्शन है। ब्रोकरेज का मानना है कि चांदी जल्द ही फिर से चढ़ेगी और कीमतें $52-53 प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं।
इसके बाद भी तेजी जारी रह सकती है और कीमतें $58 से लेकर $62 प्रति औंस तक जाने की संभावना है। अगर $62 प्रति औंस तक जाती है, तो यह $50.18 के मौजूदा स्तर से करीब 24% का उछाल है। तकनीकी रूप से $48 प्रति औंस पर मजबूत सपोर्ट है। वहीं, $45.60 और $42 प्रति औंस के स्तर पर भी अतिरिक्त सपोर्ट देखने को मिलता है।
चांदी की कीमतों में गिरावट क्यों आई?
फिलहाल चांदी करीब $48.80 प्रति औंस पर ट्रेड हो रही है। वहीं भारत में दोपहर 2.30 बजे तक यह 1.22% की गिरावट के साथ 1,53,415 रुपये प्रति किलो पर थी। अगर Emkay के अनुमान के हिसाब से चांदी में 24% का उछाल आता है, तो कीमत 1,90,233 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है।
चांदी में हाल की गिरावट प्रॉफिट बुकिंग और अमेरिका-चीन के बीच महत्वपूर्ण खनिजों पर व्यापार प्रतिबंधों में ढील की वजह से देखने को मिली है। Emkay का कहना है कि पहले फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती ने सोना-चांदी जैसी कीमती धातुओं को सपोर्ट दिया था। लेकिन, अब आगे दरों में और कटौती होगी या नहीं, इसकी अनिश्चितता ने हाल की वोलैटिलिटी बढ़ा दी है।
ETFs और FoFs ने फिजिकल चांदी को पछाड़ा
Emkay का कहना है कि पिछले तीन सालों में Silver ETFs और Silver FoFs ने फिजिकल चांदी की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। 31 अक्टूबर 2025 तक ICICI Prudential और Nippon India Silver ETFs ने एक साल में 50% से ज्यादा रिटर्न दिया। वहीं, फिजिकल चांदी का रिटर्न करीब 49% रहा। तीन और छह महीने के रिटर्न 34% से 56% के बीच रहे, जो इस रैली की मजबूती दिखाते हैं।
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में Nippon India Silver ETF ₹15,284 करोड़ के साथ सबसे बड़ा फंड है। ICICI Prudential Silver ETF का AUM ₹9,481 करोड़ है।
Silver FoFs का प्रदर्शन भी मजबूत
Silver FoFs (Fund of Funds) ने भी इसी पैटर्न को फॉलो किया है। इन फंड्स के एक साल के रिटर्न 49-50% के बीच रहे। ICICI Prudential Silver ETF FoF का AUM ₹3,232 करोड़ है। Emkay का कहना है कि ETFs और FoFs के रिटर्न में जो थोड़ा अंतर है, वह फंड-लेवल खर्चों की वजह से आता है।
चांदी के लंबे समय का रुझान क्यों मजबूत है?
Emkay Wealth Management का मानना है कि चांदी की लंबी अवधि की नींव बहुत मजबूत है। रिन्यूएबल एनर्जी, इलेक्ट्रॉनिक्स, EVs और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में चांदी की मांग तेजी से बढ़ रही है। इसके साथ ही सप्लाई की कमी भी बनी हुई है, जिससे कीमतों को लॉन्ग टर्म सपोर्ट मिलता है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
चांदी में वोलैटिलिटी अधिक रहती है, इसलिए Emkay की निवेशकों को सलाह है कि वे ETFs या FoFs के जरिए 6 से 12 महीने की अवधि के लिए टैक्टिकल निवेश करें। साथ ही, तय किए गए टारगेट के हिसाब से एग्जिट प्लान भी जरूर रखें। इससे उन्हें नुकसान से बचने में मदद मिलेगी।
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