Best Investment Strategy: सिप, एकमुश्त निवेश और एसटीपी, इनमें से किस स्ट्रेटेजी के इस्तेमाल से तैयार हो जाएगा बड़ा फंड?

Best Investment Strategy: सिप उन रिटेल इनवेस्टर्स के लिए बेस्ट स्ट्रेटेजी है, जो एक बार में बड़ा निवेश नहीं कर सकते। यह इनवेस्टर को धीरे-धीरे जैसे हर महीने एक फिक्स्ड अमाउंट म्यूचुअल फंड की स्कीम में निवेश करने की सुविधा देता है। इससे लंबी अवधि में निवेश पर अच्छा रिटर्न मिलता है

अपडेटेड Nov 21, 2025 पर 3:04 PM
Story continues below Advertisement
स्टॉक मार्केट में तेजी आने पर एकमुश्त निवेश में तुरंत बेनेफिट मिलता है।

सिप रिटेल इनवेस्टर्स के बीच मजबूत पैठ बना चुका है। सिप के रास्ते आप हर महीने म्यूचुअल फंड की स्कीम में कुछ पैसा निवेश करते हैं। स्कीम का फंड मैनेजर आपका पैसा उन शेयरों में लगता है, जिनमें अच्छे रिटर्न की संभावना दिखती है। दूसरा तरीका म्युचुअल फंड की स्कीम में एकमुश्त निवेश का है। एकमुश्त निवेश से भी लंबी अवधि में बहुत अच्छा रिटर्न मिलता है।

सिप और एकमुश्त निवेश के बीच फर्क

वेल्दी डॉट इन के को-फाउंडर आदित्य अग्रवाल ने कहा, "अगर आप पर मार्केट में होने वाले शॉर्ट टर्म के उतार-चढ़ाव का असर नहीं पड़ता और आप 7 साल या ज्यादा समय तक निवेश बनाए रख सकते हैं तो एकमुश्त निवेश (Lump Sum Investment) से आपको शानदार रिटर्न मिल सकता है।" एकमुश्त निवेश और SIP के बीच बड़ा फर्क यह है कि सिप आपको धीरे-धीरे लेकिन नियमित रूप से म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम में निवेश करने की सुविधा देता है।


मिक्स्ड स्ट्रेटेजी के इस्तेमाल के फायदे

अविसा वेल्थ क्रिएटर्स के सीईओ विनित राठी ने कहा कि अगर आपको सिप और एकमुश्त निवेश में से किसी एक का चुनाव करना है तो आपको आधे पैसे का निवेश एकमुश्त करना चाहिए और बाकी का निवेश अगले छह महीनों में धीरे-धीरे सिप के जरिए करना चाहिए। सिप और एकमुश्त निवेश की इस स्ट्रेटेजी के अपने फायदे हैं।

सिप से निवेश पर करेक्शन का कम असर

स्टॉक मार्केट में तेजी आने पर एकमुश्त निवेश में तुरंत बेनेफिट मिलता है। मार्केट के गिरने पर SIP से होने वाले निवेश की एवरेज कॉस्ट घट जाती है। राठी ने कहा, "इंडियन मार्केट की वैल्यूएशन अभी उसके लॉन्ग टर्म एवरेज के करीब है और अगर अमेरिकी मार्केट में गिरावट आती है तो इंडियन मार्केट पर कम असर पड़ेगा।" उन्होंने कहा कि अगर इंडियन मार्केट थोड़ा गिरता भी है तो इसमें जल्द रिकवरी आएगी।

मार्केट चढ़ने पर दोनों स्ट्रेटेजी में फायदा

उन्होंने कहा कि इंडियन मार्केट में जल्द रिकवरी की वजह यह है कि इंडियन इकोनॉमी की ग्रोथ 6.5 से 7 फीसदी रहने की उ्म्मीद है। ऐसे में कंपनियों की प्रॉफिट ग्रोथ 10-12 फीसदी रह सकती है। इसका असर वैल्यूएशंस पर पड़ेगा। इसका मतलब है कि आगे इंडियन मार्केट का प्रदर्शन अच्छा रहने की उम्मीद है। ऐसे में एकमुश्त या सिप दोनों में किसी तरीके से निवेश करने पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

लंबी अवधि में एकमुश्त का रिटर्न बेहतर 

अगर 7 साल या इससे लंबी अवधि में रिटर्न को देखा जाए तो एकमुश्त के मुकाबले सिप का प्रदर्शन बेहतर रहता है। पांचवें साल से सिप से अच्छा रिटर्न मिलना शुरू हो जाता है। 7वें साल से यह और स्ट्रॉन्ग हो जाता है। इन सालों में सालाना रिटर्न 10 फीसदी से ज्यादा रहता है। उधर, अगर मार्केट में करेक्शन से ठीक पहले आपने एकमुश्त निवेश किया है तो आपका रिटर्न शुरुआत में कम या निगेटिव रह सकता है। लेकिन, लंबी अवधि में एकमुश्त निवेश का रिटर्न बेहतर रह सकता है।

एसटीपी की स्ट्रेटेजी का कर सकते हैं इस्तेमाल

अगर आपके पास एकमुश्त निवेश के लिए पैसा है, लेकिन आप एक बार में निवेश नहीं करना चाहते तो आप सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान का रास्ता अपना सकते हैं। इस स्ट्रेटेजी में पैसा पहले एक लिक्विड फंड में डाल दिया जाता है। फिर उससे धीरे-धीरे उस इक्विटी स्कीम में जाता रहता है, जिसका चुनाव आपने निवेश के लिए किया है। इससे आपको कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा मिलता है।

हाई वैल्यूएशंस पर नहीं करें एकमुश्त निवेश

राठी का कहना है कि एकमुश्त निवेश करने वाले इनवेस्टर्स को मार्केट की वैल्यूएशन का ख्याल रखना जरूरी है। हाई वैल्यूएशन पर निवेश करने पर मार्केट करेक्शन का खराब असर आपके निवेश पर पड़ता है। दूसरा यह कि एकमुश्त निवेश से अच्छा रिटर्न तभी मिलता है, जब आप अपना निवेश लंबे समय तक बनाए रखते हैं।

यह भी पढ़ें: फर्जी बैंक ऐप्स से सावधान! पलक झपकते आपका पूरा बैंक अकाउंट हो सकता है खाली

एक्सपर्ट्स की क्या है सलाह

एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिप, एकमुश्त और एसटीपी तीनों स्ट्रेटेजी के अपने फायदे और नुकसान हैं। इनवेस्टर रिस्क लेने की अपनी क्षमता, निवेश की अवधि और इनवेस्टमेंट गोल के आधार पर इनमें से किसी स्ट्रेटेजी का चुनाव कर सकता है। कुछ इनवेस्टर्स मिक्स स्ट्रेटेजी का भी इस्तेमाल करते हैं।

sip vs lump sum

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।