मार्च महीने में जीएसटी कलेक्शन 1.42 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड हाई को छूता नजर आया है जो कि पिछले महीने की तुलना में 6.8 फीसदी ज्यादा है। 1 अप्रैल 2022 को वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ो के मुताबिक 1.42 लाख करोड़ रुपये के इस कुल जीएसटी कलेक्शन में सेंट्रल जीएसटी का हिस्सा 25,830 करोड़ रुपये, स्टेट जीएसटी का हिस्सा 32,378 करोड़ रुपये, इंटिग्रेटेड जीएसटी का आंकड़ा 74,470 करोड़ रुपये और कॉम्पेंसेशन सेस का हिस्सा 9,417 करोड़ रुपये रहा।
मार्च महीने में सरकार ने इंटिग्रेटेड जीएसटी से सेंट्रल जीएसटी में 29,816 करोड़ रुपये और स्टेट जीएसटी में 25,032 करोड़ रुपये का सेटलमेंट किया है। इसके अलावा सरकार ने आज जारी अपने स्टेटमेंट में यह भी बताया है कि केंद्र सरकार ने इस महीने केंद्र और राज्य/ केंद्र शासित प्रदेशों के बीच 50:50 के अनुपात में एड-हॉक बेसिस पर IGSTके 20,000 करोड़ रुपये का सेटलमेंट किया है।
जिसके चलते इस सेटलमेंट के बाद इस महीने के कुल जीएसटी रेवेन्यू में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 65,646 करोड़ रुपये और राज्य सरकारों की हिस्सेदारी 67,410 करोड़ रुपये रही।
मार्च 2022 महीने में जीएसटी से होने वाला कलेक्शन पिछले साल के इसी महीने के तुलना में 15 फीसदी ज्यादा है जबकि मार्च 2020 की तुलना में 46 फीसदी ज्यादा है।
सरकार ने यह भी बताया है कि फरवरी 2022 में 6.91 करोड़ ई-वे बिल जेनरेट हुए थे जबकि जनवरी 2022 में 6.88 करोड़ ई-वे बिल जेनरेट हुए थे। जनवरी की तुलना में फरवरी में ज्यादा ई-वे बिल जेनरेट होने से संकेत मिलता है कि देश में कारोबारी गतिविधियों में तेजी से रिकवरी आ रही है।