सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) के चेयरमैन जे बी महापात्र ने गुरुवार को बताया कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (I-T Department) ने अपने इतिहास का सबसे अधिक टैक्स कलेक्शन दर्ज किया है। CBDT चेयरमैन ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में डायरेक्ट टैक्स के कलेक्शन में 48 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसमें एडवांस टैक्स कलेक्शन के आंकड़ों भी शामिल हैं। चालू वित्त वर्ष में एडवांस टैक्स पेमेंट में 41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
महापात्र ने कहा कि आज की तारीख तक डायरेक्ट टैक्स का नेट कलेक्शन 13.63 लाख करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की इसी अवधि की तुलना में यह 48 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि सालाना आधार पर नेट कलेक्शन 2020-21 की इसी अवधि से 48.4 प्रतिशत अधिक है। 2019-20 की तुलना में यह 42.5 प्रतिशत और 2018-19 की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक है।
महापात्र ने बताया, "यह डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के पिछले सबसे अधिक आंकड़े से 2.5 लाख करोड़ रुपये ज्यादा है। विभाग के इतिहास में यह इनकम टैक्स कलेक्शन का सबसे ऊंचा आंकड़ा है।" बता दें कि सीबीडीटी ही आयकर विभाग के लिए नीति बनाता है।
उन्होंने कहा, "अगर आप ग्रॉस नंबर को देखेंगे, तो यह आज 15.50 लाख करोड़ रुपये है जो 2020-21 के आंकड़े से 38.3 फीसदी, 2019-20 से 36.6 प्रतिशत और 2108-19 से 32.7 प्रतिशत से अधिक है। हमारा ग्रॉस कलेक्सन कभी भी 12.79 लाख करोड़ रुपये से अधिक नहीं रहा है। इस साल, हमने 15 लाख रुपये के ग्रॉस आंकड़े में प्रवेश किया है, जो विभाग के लिए एक ऐतिहासिक उच्च स्तर भी है।"
बता दें कि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का करीब 53 फीसदी हिस्सा कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन से आता है, जबकि 47 पर्सेंट हिस्सा पर्सनल इनकम टैक्स से आता है, जिसमें सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) भी शामिल होता है।