यूपीआई सर्किल ऐसा फीचर है, जो दो लोगों को एक ही बैंक अकाउंट के इस्तेमाल से यूपीआई पेमेंट करने की सुविधा देता है। यह फीचर उन लोगों के लिए काफी उपयोगी है, जो पेमेंट के लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं। यूपीआई का यह फीचर कैसे काम करता है, इसका फायदा कैसे उठाया जा सकता है? आइए इन सवालों के जवाब जानते हैं।
बगैर बैंक अकाउंट यूपीआई पेमेंट की सुविधा
UPI Circle फीचर प्राइमरी यूजर को किसी दूसरे यूजर को ट्रांजेक्शन करने का अथॉरिटी देता है। जैसे कोई पिता अपने बच्चे या सीनियर सिटीजन को ट्रांजेक्शन करने के लिए अथॉराइज कर सकता है। एनटीटी डेटा पेमेंट सर्विस इंडिया के सीएफओ राहुल जैन ने कहा, "यह फीचर खासतौर पर परिवार के सदस्यों जैसे सीनियर सिटीजन, पत्नी या बच्चों के लिए फायदेमंद है, जिनके पास अपने बैंक अकाउंट नहीं हैं। इस फीचर का इस्तेमाल ऐसे लोग भी कर सकते हैं, जो पेमेंट के लिए एक ही अकाउंट को इस्तेमाल करते हैं।"
फुल डेलिगेशन का क्या है मतलब?
यूपीआई के प्राइमरी यूजर को फुल या आंशिक डेलिगेशन के लिए सेकेंडरी यूजर को अथॉराइज करना होगा। फुल डेलिगेशन में प्राइमरी यूजर सेकेंडरी यूजर को खर्च की तय की गई लिमिट के तहत ट्रांजेक्शन इनिशिएट और कंपलिट करने का अथॉरिटी देता है। फुल डेलिगेशन के तहत प्राइमरी यूजर को प्रति डेलिगेशन 15,000 रुपये की लिमिट करना होता है। प्रति ट्रांजेक्शन की मैक्सिमम लिमिट 5,000 रुपये होगी। इससे सेकेंडरी यूजर इससे ज्यादा पेमेंट नहीं कर सकेगा।
पार्शियल डेलिगेशन का क्या है मतलब?
पार्शियल डेलिगेशन में सेकेंडरी यूजर कोई ट्रांजेक्शन इनिशिएट कर सकता है। लेकिन, कंट्रोल प्राइमरी यूजर के पास बना रहता है और वह अपने यूपीआई पिन के जरिए पेमेंट को ऑथेंटिकेट और फाइनल करता है। इसमें वेरिफिकेशन की एक अतिरिक्त परत होती है। चूंकि, पार्शियल डेलिगेशन में प्राइमरी यूजर को ट्रांजेक्श को ऑथेंटिकेट करना होता है, जिससे इसमें सुविधा के साथ पर्याप्त सुरक्षा भी बनी रहती है।
सेकेंडरी यूजर को कैसे करें अथॉराइज?
प्राइमरी यूजर की तरह सेकेंडरी यूजर को भी एक पासवर्ड और बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन मिलता है। इसका इस्तेमाल वह ऐप को लॉक और अनलॉक करने के लिए करता है। यूजर अपनी मर्जी से ऐप का चुनाव कर सकता है। सेकेंडरी यूजर को लिंक करने के लिए प्राइमरी यूजर को एक यूनिक क्यूआर कोड स्कैन करना होता है या वह सेकेंडरी यूजर के यूपीआई आईडी को एंटर कर सकता है।
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पांच तक सेकेंडरी यूजर को अथॉराइज करने की इजाजत
क्यूआर कोड को स्कैन करने या यूपीआई आईडी डालने के बाद प्राइमरी यूजर अपने फोन की कॉन्टैक्ट लिस्ट से उसका नाम सेलेक्ट करेगा। इससे प्राइमरी यूजर के अकाउंट से सेकेंडरी यूजर कनेक्ट हो जाएगा। सिक्योरिटी की वजह से फोन नंबर की मैनुअल एंट्री की इजाजत नहीं है। एक प्राइमरी यूजर पांच सेकेंडरी यूजर को ट्रांजेक्शन अथॉरिटी डेलिगेट कर सकता है। एक सेकेंडरी यूजर सिर्फ एक सिंगल प्राइमरी यूजर से डेलिगेशन एक्सेप्ट कर सकता है।