Personal Loan EMI: कभी-कभी बड़ी मुसीबत की शुरुआती काफी छोटे सी बात से होती है। पैसों की तंगी के चलते आप एक EMI मिस कर देते हैं, सोचा अगले महीने पकड़ लेंगे। लेकिन धीरे-धीरे बाकी बिल जमा हो जाते हैं, लेट चार्ज लगते हैं और कलेक्शन कॉल आने लगती हैं।
Personal Loan EMI: कभी-कभी बड़ी मुसीबत की शुरुआती काफी छोटे सी बात से होती है। पैसों की तंगी के चलते आप एक EMI मिस कर देते हैं, सोचा अगले महीने पकड़ लेंगे। लेकिन धीरे-धीरे बाकी बिल जमा हो जाते हैं, लेट चार्ज लगते हैं और कलेक्शन कॉल आने लगती हैं।
कर्ज सिर्फ रकम का सवाल नहीं है; यह तनाव, चिंता और असहाय महसूस कराने वाला अनुभव भी है। आइए समझते हैं कि अनपेमेंट EMIs और लोन आपके लिए कितना नुकसानदायक हो सकते हैं।
कर्ज का भंवर
जब आप EMIs मिस करते हैं, तो लेंडर्स अपनेआप लेट चार्ज और पेनल्टी लगाते हैं। ब्याज लगातार बढ़ता रहता है, यानी आपका कुल कर्ज तेजी से बढ़ता है। छोटी चूक भी समय के साथ कर्ज के भंवर में बदल सकती है। इसके अलावा, आपकी क्रेडिट स्टैंडिंग प्रभावित होती है, जिससे नया लोन लेना मुश्किल हो जाता है।
मानसिक दबाव
कर्ज सिर्फ आर्थिक बोझ नहीं है, यह मानसिक दबाव भी लाता है। देर से EMI देने का तनाव नींद की कमी, मानसिक थकान और वैवाहिक जीवन पर असर डाल सकता है। बैंक या कलेक्शन एजेंट की बार-बार रिमाइंडर कॉल भी अतिरिक्त तनाव पैदा करती हैं। धीरे-धीरे लोग शर्मिंदा या हताश महसूस करने लगते हैं, भले ही कर्ज किसी वैध वजहसे लिया गया हो। जैसे कि पढ़ाई, बीमारी या घर की जरूरत।
लोग क्यों फंसते हैं
बढ़ते खर्च, क्रेडिट कार्ड का गैर-जिम्मेदार इस्तेमाल और व्यक्तिगत आपातकाल सबसे आम कारण हैं। कई बार लोग ब्याज की गति को ठीक से नहीं समझते, खासकर क्रेडिट कार्ड या हाई-रेट पर्सनल लोन पर। खराब प्लानिंग से मैनेज होने योग्य कर्ज भी सिरदर्द बन जाता है।
कर्ज से बाहर निकलने का तरीका
पहला कदम ईमानदार होना है। कर्ज को स्वीकार करें और अपनी स्थिति का आंकलन करें। क्रेडिटर्स से बात करके रीस्ट्रक्चरिंग का ऑप्शन देखें। जैसे लंबी EMI टर्म या कम EMI। पुराने कर्ज को चुकाने के लिए नया लोन न लें, क्योंकि यह समस्या बढ़ा सकता है।
दूसरा, अपने बजट पर सख्ती करें और हाई-इंटरेस्ट कर्ज पहले चुकाएं। फाइनेंशियल काउंसलर की मदद भी दिशा साफ करने में सहायक हो सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. अगर मैं एक EMI मिस कर दूं तो क्रेडिट स्कोर पर क्या असर होगा?
एक डिफॉल्ट क्रेडिट ब्यूरो को रिपोर्ट किया जाता है, जिससे आपका स्कोर घटता है और भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो जाता है।
Q2. क्या क्रेडिटर्स मेरे खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं?
हां। लंबे समय तक न चुकाने पर कानूनी नोटिस या रिकवरी प्रक्रिया शुरू हो सकती है, लोन प्रोडक्ट और रकम के अनुसार।
Q3. बढ़ते कर्ज से निपटने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
नए कर्ज लेना बंद करें, लोन देने वालों के साथ रीस्ट्रक्चरिंग पर बातचीत करें। अपने रीपेमेंट प्लान में हाई-इंटरेस्ट कर्ज को प्राथमिकता दें।
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