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Bhavish Aggarwal: ओला के CEO भाविश अग्रवाल पर FIR, कर्मचारी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप, 28 पेज का सुसाइड नोट बरामद

Bhavish Aggarwal News: Ola प्रमुख भाविश अग्रवाल के अलावा ओला के व्हीकल्स रेगुलेशन के प्रमुख सुब्रत कुमार दास और अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में मृतक कर्मचारी अरविंद की मौत के बाद लगभग 17.46 लाख रुपए की कथित वित्तीय अनियमितताओं का भी जिक्र है

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Oct 20, 2025 पर 10:18 PM
Bhavish Aggarwal: ओला के CEO भाविश अग्रवाल पर FIR, कर्मचारी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप, 28 पेज का सुसाइड नोट बरामद
Ola कर्मचारी अरविंद के भाई अश्विन कन्नन की शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया है (Photo- Reuters)

Bhavish Aggarwal News: बेंगलुरु पुलिस ने ओला के संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल और सीनियर एग्जीक्यूटिव सुब्रत कुमार दास के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। एक इंजीनियर कर्मचारी द्वारा तौर पर आत्महत्या करने के बाद यह FIR दर्ज किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक 38 वर्षीय के. अरविंद ने 28 पेज का एक सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें उन्होंने अपने सीनियर पर कंपनी में उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि अरविंद के भाई अश्विन कन्नन की शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया है।

अधिकारियों के अनुसार, एफआईआर में भाविश अग्रवाल, सुब्रत कुमार दास (ओला के व्हीकल्स होमोलोगेशन और रेगुलेशन के प्रमुख) और अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में अरविंद की मृत्यु के बाद लगभग 17.46 लाख रुपए की कथित वित्तीय अनियमितताओं का भी जिक्र है।

रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना 28 सितंबर को हुई थी। तब अरविंद ने कथित तौर पर अपने घर पर जहर खा लिया था। उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी। बाद में उनके परिवार को एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें वर्कप्लेस पर लगातार उत्पीड़न के आरोपों का विस्तृत डिटेल्स था। इसमें ओला के वरिष्ठ अधिकारियों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया था।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी का HR विभाग अरविंद के बैंक खाते में किए गए कुछ पैसे ट्रांसफर के बारे में स्पष्ट जवाब देने में विफल रहा। जांच में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि एफआईआर में नामित सभी व्यक्तियों को नोटिस जारी किए गए हैं। अधिकारी ने न्यूज एजेंसी IANS से कहा, "उन्होंने लिखित स्पष्टीकरण पेश कर दिया है और आगे की जांच जारी है।"

इस मामले पर ओला ने बयान जारी कर कहा है कि हम अपने सहयोगी अरविंद के दुर्भाग्यपूर्ण निधन से बेहद दुखी हैं। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। अरविंद साढ़े तीन साल से अधिक समय से ओला इलेक्ट्रिक से जुड़े थे। वह बैंगलोर स्थित हमारे मुख्यालय में कार्यरत थे।

38 वर्षीय अरविंद बेंगलुरु के कोरमंगला में कंपनी के ऑफिस में ओला के इलेक्ट्रिक होमोलॉगेशन इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत थे। शुरुआती आरोपों के मुताबिक, वह 2022 से कंपनी के साथ काम कर रहे थे और कथित तौर पर काम के गंभीर दबाव में थे।

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