अधिकांश भारतीय परिवार अपनी पुश्तैनी प्रॉपर्टी को अगली पीढ़ियों को सौंपते हैं। वे उसे सबसे लंबे समय तक चलने वाली संपत्ति के रूप में देखते हैं। प्रॉपर्टी स्टेबिलिटी, परंपरा और एकमुश्त पैसों के साधन के तौर पर देखी जाती है। किसी भी माता-पिता को ये लगता है कि वे घर या जमीन का टुकड़ा देकर अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर रहे है या फिर उन्हें एक फाइनेंशियल बफर प्रदान कर रहे है। हालांकि वास्तव में ऐसा ही हो ये जरूरी नहीं होता। वर्तमान समय में परिवारों के बीच झगड़े की सबसे बड़ी वजह प्रॉपर्टी ही बन रही है। इसकी वजह से लोगों में एकदूसरे के प्रति द्वेष बढ़ता जा रहा है। आइए आपको बताते है विरासत के रूप में प्रॉपर्टी का ट्रांसफर कौन-कौन सी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।